दुर्ग

केंद्रीय जेल दुर्ग के महिला प्रकोष्ठ में विजयदशमी पर पूज्य 105 दुर्लभमति माताजी का मंगल प्रवचन

669021020250958291000166101.jpg

दुर्ग। विजयदशमी पर्व, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती तथा अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के अवसर पर आज केंद्रीय जेल दुर्ग के महिला बंदिनी प्रकोष्ठ में परम पूज्य 105 दुर्लभमति माताजी का मंगल प्रवचन आयोजित हुआ।
पूज्य माताजी ने महिला बंदिनी बहनों को अपने अमृत वचनों में जीवन में उत्तम क्षमा का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा – “आप प्रतिदिन ‘सबसे क्षमा, सबको क्षमा, सबसे उत्तम क्षमा’ का स्मरण करें। क्षमा का संकल्प जीवन को बदल सकता है और यही आत्मिक शांति का मार्ग है।”माताजी ने कहा कि जेल की कठिन परिस्थितियों को जीवन की परिणति मानकर नेक कार्यों की ओर अग्रसर हों।

Image after paragraph

माताजी ने बंदिनी बहनों को संदेश देते हुए कहा – “गलती जीवन में हो सकती है, परंतु अपनी भूलों को स्वीकार कर भगवान से क्षमा मांगते रहें। ईमानदारी और नेक कर्मों से आप एक अच्छे नागरिक बनकर अपने भविष्य को प्रकाशमान कर सकती हैं।” उन्होंने आगे कहा कि जीवन का हर कठिन समय भी बीत जाता है, इसलिए धैर्य और आस्था के साथ धर्म, ध्यान, पूजा और व्रत को अपनाकर जीवन को सार्थक बनाना चाहिए।इस अवसर पर रुक्मणी गौशाला में भी माताजी ने अपने सानिध्य में मंगल आशीर्वाद दिया। गौ माता को महामंत्र का पाठ सुनाया गया और उपस्थित भक्तों द्वारा फल-फ्रूट, घास व चारा अर्पित किया गया।

Image after paragraph

कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती सुनीता संजय बोहरा ने जानकारी दी कि पूरे आयोजन में केंद्रीय जेल प्रशासन का विशेष सहयोग रहा। जेल अधीक्षक मनीष जी व स्टाफ ने अवकाश दिवस पर भी सक्रिय सहभागिता दी।
कार्यक्रम में समाज के प्रमुखजन – रमेश बाकलीवाल, इंजीनियर वी.के. जैन, नवीन जैन, अजीत जैन, सुशील पाटनी, सुनील गंगवाल, प्रदीप बाकलीवाल, संजय बोहरा, संगीत बाकलीवाल, अक्षय जैन, इंदरचंद जैन, स्नेहिल जैन, प्रदीप जैन बाकलीवाल, अशोक बाकलीवाल, चेतन जैन, महावीर जैन सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।

Image after paragraph


आभार प्रदर्शन जेल अधिकारी श्रीमती रश्मि मैडम ने किया। महिला बंदिनी बहनों ने भी समाज के प्रति अपना साधुवाद व्यक्त किया और कहा कि दशहरा पर्व के इस पावन अवसर पर संतों का सानिध्य पाकर वे स्वयं को सौभाग्यशाली महसूस कर रही हैं।
कार्यक्रम का समापन फल एवं प्रसादी वितरण के साथ हुआ। माताजी के मंगल आशीर्वचनों ने बंदिनी बहनों के हृदय में नई ऊर्जा, उत्साह और जीवन को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने का संकल्प भर दिया।

एक टिप्पणी छोड़ें

Data has beed successfully submit

Related News

Advertisement

Popular Post

This Week
This Month
All Time

स्वामी

संपादक- पवन देवांगन 

पता - बी- 8 प्रेस कॉम्लेक्स इन्दिरा मार्केट
दुर्ग ( छत्तीसगढ़)

ई - मेल :  dakshinapath@gmail.com

मो.- 9425242182, 7746042182

हमारे बारे में

हिंदी प्रिंट मीडिया के साथ शुरू हुआ दक्षिणापथ समाचार पत्र का सफर आप सुधि पाठकों की मांग पर वेब पोर्टल तक पहुंच गया है। प्रेम व भरोसे का यह सफर इसी तरह नया मुकाम गढ़ता रहे, इसी उम्मीद में दक्षिणापथ सदा आपके संग है।

सम्पूर्ण न्यायिक प्रकरणों के लिये न्यायालयीन क्षेत्र दुर्ग होगा।

logo.webp

स्वामी / संपादक- पवन देवांगन

- बी- 8 प्रेस कॉम्लेक्स इन्दिरा मार्केट
दुर्ग ( छत्तीसगढ़)

ई - मेल : dakshinapath@gmail.com

मो.- 9425242182, 7746042182

NEWS LETTER
Social Media

Copyright 2024-25 Dakshinapath - All Rights Reserved

Powered By Global Infotech.