दुर्ग /तिरगा। “ सेवा सहकारी समिति तिरगा में वार्षिक अधिवेशन एवं आमसभा का आयोजन किया गया।
अधिवेशन के दौरान सहकारिता आंदोलन की महत्ता और किसानों की प्रगति में सहकारी समितियों की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई। समिति पदाधिकारियों ने बताया कि सहकारी संस्थाएं किसानों के लिए सस्ता ऋण, बीज, खाद, उर्वरक एवं कृषि उपकरण उपलब्ध कराकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देती हैं। साथ ही किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में भी समितियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
इस अवसर पर समिति की वार्षिक वित्तीय रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। इसमें बताया गया कि बीते वर्ष समिति से जुड़े सैकड़ों किसानों ने ऋण सुविधा का लाभ उठाया। किसानों को समय पर खाद-बीज वितरण तथा कृषि कार्यों में सहयोग प्रदान करना समिति की प्रमुख उपलब्धि रही।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला सहकारी बैंक दुर्ग के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन उपस्थित रहे। विशेष अतिथियों में ग्राम सरपंच घसियाराम देशमुख, उपसरपंच सुखित ढीमर, सेवा सहकारी समिति तिरगा के अध्यक्ष देवसिंग ठाकुर, गैंदलाल देशमुख, लोकनाथ दिल्लीवार भगतराम यादव एवं भूपेंद्र बेलचंदन रामसाय बेलचंदन शामिल रहे।
सभा में गांव के किसानों ने भी बड़ी संख्या में भागीदारी की। उपस्थित किसानों में युवराज देशमुख, लाल सिंह दिल्लीवार, नंदलाल देशमुख, राकेश बेलचंदन रणवीर बेलचंदन,नम्मू बेलचंदन नंदकुमार देशमुख, संतोष बेलचंदन, पिताम्बर देशमुख डिहार देशमुख रामचंद ढीमर समिति प्रबंधक स्टॉप समेत अन्य ग्राम झोला और तिरगा के किसान प्रमुख रूप से मौजूद रहे
मुख्य अतिथि प्रीतपाल बेलचंदन ने कहा कि –"किसानों के बिना समाज की कल्पना अधूरी है। सहकारी समितियां किसानों की रीढ़ हैं, इसलिए हर किसान को इनसे जुड़कर योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए।" बिन सहकार नहीं उद्धार” के मूल मंत्र के साथ सभा के अंत में सभी ने “जय जवान, जय किसान” के नारों के साथ कार्यक्रम का समापन किया।
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