दरांग (असम) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को असम के दरांग जिले में 18,530 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मां कामाख्या के आशीर्वाद से 'ऑपरेशन सिंदूर' बहुत बड़ी सफलता थी और मुझे यहां आकर काफी खुशी हो रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दरांग में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद मेरा असम का पहला दौरा है। मां कामाख्या के आशीर्वाद से 'ऑपरेशन सिंदूर' बहुत बड़ी सफलता थी। आज मां कामाख्या की इस धरती पर आकर मुझे एक अलग ही पवित्र अनुभूति हो रही है और ये भी सोने पे सुहागा है कि आज इस क्षेत्र में जन्माष्टमी मनाई जा रही है। लाल किले से मैंने कहा था, 'मुझे चक्रधारी मोहन याद आए।' मुझे श्री कृष्ण याद आए और मैंने भविष्य की सुरक्षा नीति में एक सुदर्शन चक्र का विचार लोगों के सामने रखा है।"
पीएम मोदी ने कहा, "हम भारत रत्न सुधाकंठा भूपेन हजारिका का जन्मदिन पहले ही मना चुके हैं। एक दिन पहले मुझे उनके सम्मान में आयोजित एक बहुत बड़े कार्यक्रम का हिस्सा बनने का अवसर मिला। मुख्यमंत्री ने मुझे कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष का एक वीडियो दिखाया और इसे देखकर मुझे बहुत दुख हुआ। जिस दिन भारत सरकार ने इस देश के महान सपूत, असम के गौरव, भूपेन हजारिका को भारत रत्न दिया, कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष ने कहा था कि मोदी नाचने-गाने वालों को भारत रत्न दे रहे हैं। 1962 में चीन के साथ युद्ध के बाद पंडित नेहरू ने जो कहा, उससे उत्तर पूर्व के लोगों के घाव आज भी नहीं भरे हैं।"
उन्होंने भूपेन हजारिका का जिक्र करते हुए कहा, "मुझे कितनी ही गालियां दें, मैं भगवान शिव का भक्त हूं, सारा जहर निगल लेता हूं। लेकिन, जब किसी और का अपमान होता है, तो मैं इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता। आप लोग मुझे बताएं कि क्या भूपेन दा को भारत रत्न से सम्मानित करने का मेरा निर्णय सही है या गलत? क्या कांग्रेस पार्टी द्वारा उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए किया गया अपमान सही है या गलत?"
उन्होंने आगे कहा, "पूरा देश आज 'विकसित भारत' के निर्माण के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ रहा है, खासतौर पर हमारे जो नौजवान साथी हैं। उनके लिए 'विकसित भारत' सपना भी है और संकल्प भी है। इस संकल्प की सिद्धि में हमारे नॉर्थ ईस्ट की बहुत बड़ी भूमिका है।"
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