जयपुर/उदयपुर। नेपाल में फैली हिंसा के बीच राजस्थान के हजारों यात्री दहशत में हैं। अकेले उदयपुर के 35 से अधिक लोग काठमांडू व पोखरा में फंसे हुए हैं। इनमें भाजपा नेता अनिल सिंघल और उनका परिवार भी शामिल है। यात्रियों ने बताया कि वे भूखे-प्यासे हालात में होटल और एयरपोर्ट पर कैद जैसे जी रहे हैं। बाहर प्रदर्शनकारियों की भीड़ आगजनी और हिंसा कर रही है।
उदयपुर के भगवतीलाल मेनारिया ने बातचीत में कहा कि उन्होंने पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन तो कर लिए, लेकिन उसके कुछ ही घंटे बाद हालात बिगड़ गए। उन्होंने बताया—"हम होटल लौटे ही थे कि बवाल की खबर आई। अब बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं है। भारतीय दूतावास ने भी हमें इंतजार करने को कहा है।"
भाजपा नेता बोले— "आंखों के सामने होटल जला"
भाजपा नेता अनिल सिंघल ने कहा कि उन्होंने अपनी आंखों से प्रदर्शनकारियों को आगजनी करते देखा। "हमारे सामने ही एक होटल को जला दिया गया। आज पोखरा से काठमांडू की फ्लाइट थी, लेकिन हालात के कारण यात्रा टल गई।"
उदयपुर का दल सुरक्षित, पर हालात भयावह
उदयपुर के 31 लोगों का दल इस समय काठमांडू के होटल में रुका है। सभी सुरक्षित बताए जा रहे हैं, लेकिन बाहर का माहौल भयावह है। मेनारिया ने बताया कि उनके साथ परिवार और रिश्तेदार हैं, और सभी दूतावास के निर्देश पर होटल के अंदर ही ठहरे हुए हैं।
4 हजार से ज्यादा राजस्थानवासी नेपाल में फंसे
नेपाल में फैली हिंसा का असर व्यापक है। करीब 4 हजार राजस्थानवासी वहां फंसे हुए हैं, जिनमें से 700 जयपुर के यात्री हैं। इनमें से 230 लोग काठमांडू एयरपोर्ट पर ही अटके हुए हैं।
जयपुर के यात्री घनश्याम शर्मा के मुताबिक कर्फ्यू खुलने के बाद ही आगे बढ़ पाएंगे। लेकिन कर्फ्यू कब खुलेगा, यह किसी को नहीं पता।"
कई यात्री 10 घंटे से ज्यादा समय से एयरपोर्ट पर बिना खाना-पानी के फंसे हैं। बाहर भीड़ का हंगामा और आगजनी दहशत का माहौल बना रहा है। जयपुर के रामशरण शर्मा और हाबूदेवी ने बताया कि वे सुरक्षित तो हैं, लेकिन हालात बेहद डरावने हैं।
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