श्रीनगर। पिछले दिनों भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंचने के बाद जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में काफी गोलाबारी हुई थी, जिससे कई लोग हताहत हुए हैं।
इससे सबक लेते हुए केंद्र सरकार अब नियंत्रण रेखा (एलओसी) के आसपास के इलाकों में नए सामुदायिक बंकरों की संख्या बढ़ाएगी, जिससे आपातकालीन स्थिति में नागरिकों को सुरक्षित रखा जा सके।
बताया जा रहा है कि इलाकों में 600 सामुदायिक बंकर और केंद्रीकृत सायरन प्रणाली स्थापित की जाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को एलओसी के आसपास के इलाकों का दौरा कर बताया था कि आगे 600 बंकर और केंद्रीकृत सायनर प्रणाली स्थापित होगी।
वहीं, जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अजय डुल्लू ने राजौरी का दौरा कर कहा था कि एलओसी के आसपास अभी 9,500 बंकर है।
उन्होने कहा था कि बंकर की मांग बढ़ रही है, जिसकी कोई कमी नहीं होगी और अधिक बंकरों का निर्माण कराया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दशकों में सरकार ने एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर व्यक्तिगत और सामुदायिक बंकर बनाए हैं, लेकिन पुंछ और राजौरी कस्बे इस सुविधा से बाहर थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, पहले भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान ये क्षेत्र गोलाबारी से अछूते थे और सीमावर्ती गांवों तक सीमित थे, लेकिन इस बार पाकिस्तान ने पैटर्न बदला और यहां भी गोलाबारी की।
एक अधिकारी के हवाले से बताया गया कि दोनों कस्बे पहली बार गोलाबारी की चपेट में आए हैं।
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