-पंजीयन के बाद किसानों का बनेगा सम्पूर्ण डाटाबेस
-किसानों का यूनिक आईडी, भूमि रिकार्ड, फसल और बीमा का होगा रिकार्ड
-बार-बार केवाईसी की टेंशन नहीं, एक क्लिक में मिलेगा किसानों को सभी स्कीम का लाभ
रायपुर। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा एग्रीस्टैक योजना के तहत देश भर के किसानों का डिजिटल डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत छत्तीसगढ़ में अब तक 2.64 लाख किसानों का पंजीयन किया जा चुका है तथा 2.63 लाख किसानों को किसान आईडी जारी किया गया है। छत्तीसगढ़ में इस योजना के तहत किसानों का पंजीयन करने में बालोदाबाजार, कोंडागांव, गरियाबंद बालोद और महासमुद पांच टाॅप जिलों में शामिल हैं।
किसानों को हर सरकारी स्कीम का लाभ लेने के लिए अलग-अलग केवाईसी कराना होता है। एग्रीस्टैक में एक बार पंजीयन कराने के बाद किसान का सम्पूर्ण डाटाबेस तैयार हो जाता है। इसके लिए सरकार की तरफ से बार-बार केवाईसी कराने की टेंशन को खत्म कर दिया गया है. अब किसानों को सिर्फ एक बार केवाईसी कराने पर हर सरकारी स्कीम का लाभ मिल जाएगा. उल्लेखनीय है कि एग्रोस्टैक भारतीय कृषि क्षेत्र के लिए एक डिजिटल ईकोसिस्टम है, जिसे भारत सरकार ने विकसित किया है, जिसका उद्देश्य किसानों का सम्पूर्ण डाटाबेस बनाना है, जिसमें किसानों की पहचान, भूमि रिकार्ड, आय, ऋण, फसल और बीमा की जानकारी समाहित होगा।
-कैसे कराएं पंजीयन
किसान सीधे agristack.net/chhattisgarh में जाकर पंजीयन करा सकता है। सबसे पहले इस वेबसाईट में जाकर अपना आईडी बनाना होगा, उसके बाद अपना आधार नम्बर डालकर सबमिट करना होगा। इसके बाद आधार से लिंक मोबाईल नम्बर पर एक ओटीपी आएगा। उसके बाद अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जिसमें जमीन, ऋण, बीमा, आदि की जानकारी देनी होगी। अधिक जानकारी के लिए अपने हल्का के पटवारी से सम्पर्क किया जा सकता है।
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