होम / दुर्ग-भिलाई / ब्रह्माकुमारीज में " वतन मेरा घर " 21 दिवसीय विशेष योग तपस्या का आयोजन
दुर्ग-भिलाई
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय आनंद सरोवर बघेरा , राजऋषि भवन केलाबाड़ी दुर्ग, आर्य नगर, सिंधिया नगर एवं छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश के सभी सेवाकेंद्रों पर 1 जनवरी से 21 जनवरी तक 21 दिवसीय विशेष योग तपस्या कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया जिसका विषय है "वतन मेरा घर" ।
उल्लेखनीय है प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के आधार स्तंभ दादा लेखराज जिनके साकार देह में अवतरित होकर स्वयं ज्योर्तिबिंदु निराकार परमपिता परमात्मा "शिव" ने इस ईश्वरीय विश्व विद्यालय की स्थापना की और दादा लेखराज को अलौकिक नाम दिया प्रजापिता ब्रह्मा उन्होंने 18 जनवरी 1969 को संपूर्ण स्थिति को प्राप्त कर अपना देह त्याग किया इसलिए ब्रह्माकुमारी संस्था में जनवरी मास को अव्यक्ति मास के रूप में मनाया जाता है ।
इसलिए इस योग तपस्या में सभी को निरंतर यह अभ्यास करना है। इस सृष्टि रूपी रंगमंच पर हम आत्माएं अपना पार्ट बजाने अथवा अभिनय करने आई है वास्तव में हम सभी का मूल निवास स्थान सातवें आसमान से पार है जिसे भिन्न-भिन्न भाषा में कोई ब्रह्मलोक निर्वाणधाम,मुक्तिधाम, परमधाम कहते हैं । हम सभी आत्माओं को उस घर में वापस जाना है । चैतन्य रूप में हम सभी इस देह से भिन्न ज्योर्तिबिंदु आत्माएं है अपने स्वधर्म को भूल भिन्न-भिन्न जाति धर्म भाषाओं में बंट गए हैं तो जनवरी के इस अव्यक्त मास में हम स्वयं भी इसका गहन अनुभूति करेंगे एवं सभी यह प्रयास करेंगे कि यह श्रेष्ठ प्रकंपन समस्त वायुमंडल में फैले तथा सभी मनुष्य आत्माओं को अपने घर की स्मृति व याद आ जाए कि वही हमारा घर है हम एक पिता की संतान आपस में भाई-भाई है व समस्त सृष्टि में सुख-शांतिमय संसार की शीघ्र स्थापना हो सर्व मनुष्य आत्माओं के जीवन से दुःख अशांति खत्म हो जाए इसलिए इस योग तपस्या कार्यक्रमका विषय "वतन मेरा घर " रखा हुआ है ।
संपादक- पवन देवांगन
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दुर्ग ( छत्तीसगढ़)
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