छत्तीसगढ़

लुटेरी दुल्हन के मोबाइल बैकअप से निकला झूठ, धोखा और करोड़ों की ठगी की कहानी

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जयपुर । जयपुर की झोटवाड़ा पुलिस के रडार पर आई एक शातिर महिला, जिसे लोग सीमा उर्फ निक्की के नाम से जानते हैं, ने शादी के नाम पर एक ऐसा गोरखधंधा खड़ा कर रखा था, जिससे कई हाईप्रोफाइल लोग उसके शिकार हो चुके हैं।

सीमा के मोबाइल के डेटा बैकअप ने उसकी असली सच्चाई उजागर की। महंगी कारों से लेकर अन्य पीड़ितों के संपर्क, फोटो और मैसेज, हर जानकारी उसकी ठगी की कहानी को मजबूत करती थी।
सीमा के पिता गोलगप्पे बेचने का काम करते हैं, जबकि वह खुद लग्जरी लाइफ जीने के लिए ठगी का सहारा लेती थी। उसके मोबाइल में बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज जैसी कारों की ब्लूटूथ कनेक्शन हिस्ट्री उसकी अमीरों की संगत का खुलासा करती है।
देहरादून की रहने वाली सीमा, जो खुद को गरीब परिवार की बेटी बताती थी, असल में एक ऐसी योजना का हिस्सा थी जिसमें अमीर और हाईप्रोफाइल पुरुषों को अपना शिकार बनाना शामिल था। मेट्रोमोनियल साइट्स पर उसकी प्रोफाइल परफेक्ट दुल्हन की तस्वीर पेश करती थी, लेकिन शादी के बाद वह एक जाल बुनती जो उसके शिकारों की जिंदगी को तहस-नहस कर देता।
पहला कदम : मासूमियत का जाल
सीमा ने जयपुर के एक ज्वेलर को अपने झूठे सपनों में उलझाया। ज्वेलर, जिसने अपनी मासिक आय एक करोड़ बताई थी, सीमा के लिए आदर्श शिकार बन गया। देहरादून में पहली मुलाकात के 10 दिन बाद ही उसने शादी के लिए दबाव डालना शुरू कर दिया। शादी के कुछ ही महीनों में वह न केवल ज्वेलरी और नकदी लेकर फरार हो गई, बल्कि ज्वेलर के परिवार पर रेप के झूठे आरोप भी लगाए।

पहले से बने हुए शिकार : सीमा ने 2013 में आगरा के एक बिजनेसमैन को निशाना बनाया। शादी के बाद उसने न केवल परिवार पर रेप का आरोप लगाया, बल्कि 75 लाख रुपए वसूल कर मामला खत्म कर दिया। इसके बाद उसने गुरुग्राम के एक एनआरआई सॉफ्टवेयर इंजीनियर को ठगा। हर बार उसके आरोप एक जैसे थे—रेप, घरेलू हिंसा, और मानसिक उत्पीड़न।

पुलिस का शिकंजा : पुलिस ने सीमा को देहरादून से गिरफ्तार कर लिया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि शादी में शामिल लोग उसके असली परिजन नहीं थे, बल्कि उसके गिरोह के साथी हो सकते हैं। जयपुर पुलिस अब इस गिरोह की जड़ों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
अभी भी अधूरी है कहानी : सीमा की गिरफ्तारी के बाद भी कई सवाल अनसुलझे हैं। क्या वह अकेले काम कर रही थी, या उसके पीछे कोई बड़ा गिरोह है? क्या उसने अपनी ठगी की शुरुआत पहले भी की थी, जिनके बारे में पुलिस को पता नहीं?
न्याय की उम्मीद : भले ही सीमा के पाप का घड़ा अब भर चुका हो, लेकिन उसके शिकार हुए लोग अब भी न्याय की आस में हैं। यह कहानी उन लोगों के लिए भी एक सबक है जो शादी के रिश्ते में प्रवेश करने से पहले सतर्कता नहीं बरतते।

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