राजनीति

पार्टी को बिखेरने में लगे है कांग्रेस के स्थानीय नेता, कार्यकर्ताओं में हताशा..

98208122024061342img-20241208-wa0111.jpg

दुर्ग। नगर निगम का चुनाव सर पर है, मगर दुर्ग कांग्रेस में इसकी रत्ती भर चिंता नहीं दिखती। कांग्रेसी दावेदार हैरान और परेशान है कि पार्टी के स्थानीय अगुवा कैसे इससे अछूते बने बैठे हैं। यूं लग रहा है जैसे पार्टी के लोकल लीडर पार्टी को रसातल में पहुंचाने का ठेका ले बैठे हैं। पार्टी में गतिशीलता लाना तो दूर, ऐसा प्रयास करने वालों के डोर भी खींच रहे हैं। पता नहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी भी स्थानीय कांग्रेस पर नजरे इनायत क्यों नहीं कर रहा है?
 दुर्ग कांग्रेस को ठंडा बनाए रखने में सबसे पहला नाम पूर्व विधायक अरुण वोरा का आता है। वे कांग्रेस संगठन को स्वतंत्र परवाज नहीं देना चाहते। लिहाजा पार्टी की नई पीढ़ी बंधी बंधी नजर आती है। वैसे भी दुर्ग कांग्रेस नई पौध खड़ी करने में नामुकमल रही है। 
शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गया पटेल पद पर है या नहीं, यह भी पता नहीं चल रहा है। निगम चुनाव के लिहाज से कांग्रेसी दावेदार खुल कर सामने नहीं आ पा रहे हैं। जाहिर है अंदरूनी तैयारी में भी वे पिछड़ रहे है। 

दूसरी ओर भाजपा पूर्णरूपेण चुनावी मोड में है। संभावित दावेदारों को आंतरिक संकेत मिल चुका है और वे जमीनी तैयारियों में जुट गए हैं। 
 यहां तक चुनाव आयोग भी अपनी तैयारी आरम्भ कर चुका है। पर पता नहीं कांग्रेस को एक्टिव होने किस बात का इंतजार है। 
16 से 20 दिसंबर के दौरान राज्य सरकार का विधानसभा सत्र है। इसके पहले या बाद में चुनावी आचार संहिता कभी भी लागू हो सकता है। चुनाव आयोग की आंतरिक तैयारी शुरू हो चली है। सब तैयार बैठे हैं, बजाए कांग्रेस पार्टी के।
हालातों के मद्देनजर कांग्रेस के परेशान दावेदार बिखर रहे हैं। आज भी शहर कांग्रेस पूर्व विधायक की छाया से विरक्त नहीं हो सका है। पिछले विधानसभा चुनाव 48 हजार वोट से हारने के बाद लोकसभा चुनाव में दुर्ग विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस 72 हजार वोट से पिछड़ गई थी। मगर उसका सबक पार्टी के लोकल लीडर आज तक नहीं सीख सके हैं। यदि हालात नहीं बदले तो इस बार महापौर के प्रत्यक्ष चुनाव में कांग्रेस को ऐतिहासिक हार का सामना करना पड़ सकता है। 
कांग्रेस पार्टी के स्थानीय सूत्र बताते हैं कि पूर्व विधायक अरुण वोरा न खुद कुछ कर रहे हैं, और न ही पार्टी के लोगों को कुछ करने दे रहे हैं। इससे पार्टी के कार्यकर्ताओ में निराशा और हताशा है। पार्टी को समेटने के बजाए बिखेरने में बड़े नेताओं को मजा आ रहा है।

एक टिप्पणी छोड़ें

Data has beed successfully submit

Related News

Advertisement

Popular Post

This Week
This Month
All Time

स्वामी

संपादक- पवन देवांगन 

पता - बी- 8 प्रेस कॉम्लेक्स इन्दिरा मार्केट
दुर्ग ( छत्तीसगढ़)

ई - मेल :  dakshinapath@gmail.com

मो.- 9425242182, 7746042182

हमारे बारे में

हिंदी प्रिंट मीडिया के साथ शुरू हुआ दक्षिणापथ समाचार पत्र का सफर आप सुधि पाठकों की मांग पर वेब पोर्टल तक पहुंच गया है। प्रेम व भरोसे का यह सफर इसी तरह नया मुकाम गढ़ता रहे, इसी उम्मीद में दक्षिणापथ सदा आपके संग है।

सम्पूर्ण न्यायिक प्रकरणों के लिये न्यायालयीन क्षेत्र दुर्ग होगा।

logo.webp

स्वामी / संपादक- पवन देवांगन

- बी- 8 प्रेस कॉम्लेक्स इन्दिरा मार्केट
दुर्ग ( छत्तीसगढ़)

ई - मेल : dakshinapath@gmail.com

मो.- 9425242182, 7746042182

NEWS LETTER
Social Media

Copyright 2024-25 Dakshinapath - All Rights Reserved

Powered By Global Infotech.