-जनजाति गौरव दिवस स्वाधीनता संघर्ष और जनजाति चेतना के प्रतीक भगवान बिरसा मुंडा: .विधायक ललित चंद्राकर
दुर्ग। कोंडागांव ऑडिटोरियम में आयोजित जनजाति गौरव दिवस एवं अंतरराष्ट्रीय आदिवासी लोक नृत्य महोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दुर्ग ग्रामीण विधायक व राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष ललित चंद्राकर सम्मिलित हुआ। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने प्रदेशवासियों को जनजातीय गौरव दिवस की बधाई दी है। उन्होंने देश के अमर नायकों और बलिदानियों को नमन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल से भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर हर साल 15 नवंबर को 'जनजाती गौरव दिवस' मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जननायक थे। उन्होंने आदिवासी समुदाय को जल, जंगल, जमीन के बारे में जागरूक किया और उन्हें अपने हक की लड़ाई लड़ने की प्रेरणा दी। विधायक ने कहा कि बिरसा मुंडा जी ने तत्कालीन ब्रिटिश साम्राज्य की नीतियों का विरोध किया और आदिवासियों की सामाजिक-आर्थिक उन्नति के लिए जीवन भर काम किया। उनके क्रांतिकारी विचार और देश प्रेम की भावना आज भी हम सभी को प्रेरित करती है।
विधायक ललित चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जनजातीय समाज के उत्थान के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। भगवान बिरसा मुंडा जी से प्रेरणा लेकर हमारा प्रदेश आगे बढ़े और विकास के पथ पर सतत अग्रसर रहे, इस के प्रयास हम सभी को मिलजुलकर करने हैं।
में अपने आप गौरवान्वित महसूस कर इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा लगाएं गए विभिन्न विभागों के स्टॉल का अवलोकन किया और शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं का जानकारी प्रदान दी। इस अवसर पर जिला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी व जिलेवासी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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