होम / दुर्ग-भिलाई / Good News: इंटरनेशनल डांस कॉम्पिटिशन में भिलाई की बेटी डी.शैलवी ने मारी बाजी, पहले भी जीत चुकी है कई पुरस्कार
दुर्ग-भिलाई
- तीन साल की उम्र से कर रही नृत्य। सात साल की छोटी उम्र में कई उपलब्धियां है शैलवी के नाम
भिलाई। नृत्यधाम कला समिति द्वारा इंटरनेशनल कल्चरल 'हारमनी' देशराग के अंतर्गत कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है। भिलाई स्थित सेक्टर-4 के एसएनजी स्कूल के ऑडिटोरियम में किया गया। इसमें नृत्य, गीत, संगीत, वाद्य यंत्र प्रस्तुति, पेंटिंग , ड्रॉइंग आदि विधाओं में प्रतिभागियों ने अपनी कला का जौहर दिखाया। 13 अक्टूबर से आगामी 21 अक्टूबर तक इसके तहत प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही हैं। इसमें कई राज्यों से प्रतिभागी सम्मिलित हुए हैं। इस स्पर्धा में भिलाई की बेटी डी . शैलवी ने कई प्रतिभागियों के बीच अपनी शानदार प्रस्तुति से सबका मनमोह कर दूसरा स्थान प्राप्त किया।
डी.शैलवी ने नृत्य प्रतियोगिता के अंतर्गत भरतनाट्यम में अपनी प्रस्तुति दी। डी. शैलवी भरतनाट्यम के सब जूनियर कैटेगिरी में सेकंड पोजिशन पर रही।
इस कंपीटिशन में जूनियर, सब जूनियर, सीनियर और ओपन कैटिगरी में बाजी मारी।
सेक्टर-8 निवासी डी.शैलवी की उम्र सात साल है। सेक्टर - 6 स्थित एमजीएम स्कूल में क्लास टू की स्टूडेंट है। साथ में रेगुलर डांस की प्रैक्टिस भी करती हैं।
डी.शैलवी के पिता डॉ.अंजन कुमार सेक्टर-7 के कल्याण कॉलेज के हिंदी डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर है और एक अच्छे कवि और आलोचक है। जबकि शैलवी की मम्मी डी.उमा माहेश्वरी शासकीय हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की रिसर्च स्कॉलर है। पिता डॉ.अंजन कुमार ने बताया की शैलवी की प्रतिभा को पहचानने और उसे निखारने का पूरा श्रेय उनकी गुरु को जाता है। जिनके कुशल मार्गदर्शन में वह तीन साल की उम्र से भरतनाट्यम सीख रही है। इससे पहले भी डी. शैलवी नेशनल, इंटरनेशनल और प्रतिष्ठित कंपीटिशन में हिस्सा लेकर बाजी मार चुकी हैं। डी. शैलवी की गुरु नयनिका कासलीवाल सुप्रसिद्ध नृत्य प्रशिक्षक डॉ. राखी रॉय की शिष्य हैं।
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