नई दिल्ली। मणिपुर में राज्यपाल और डीजीपी के इस्तीफे की मांग कर रहे स्टूडेंट्स का प्रदर्शन हिंसक हो गया। सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने राजभवन के मुख्य दरवाजे पर पत्थर फेंके। इस दौरान मौजूद सुरक्षाकर्मी अपनी जान बचाकर वहां से भागते दिखे। इस हमले में 20 लोग जख्मी हुए हैं। पुलिस और सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को बैरिकेड लगाकर रोका। कई राउंड आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट दागे।
मैतेई समुदाय के ये छात्र राज्य में बढ़ती हिंसक घटनाओं और बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर 8 सितंबर से ही छात्र सड़कों पर हैं। इसमें स्थानीय लोग भी शामिल हैं। रविवार को किशमपट के टिडिम रोड पर 3 किलोमीटर तक मार्च के बाद प्रदर्शनकारी राजभवन और सीएम हाउस तक पहुंच गए। ये गवर्नर और सीएम को ज्ञापन सौंपना चाहते थे। सोमवार को सुरक्षाबलों ने ज्ञापन सौंपने की मांग पूरी कर दी, इसके बाद भी स्टूडेंट्स सड़क पर प्रदर्शन करते रहे। स्टूडेंट्स का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक वे यहां डटे रहेंगे। इस दौरान उनकी सुरक्षाबलों के साथ झड़प भी हुई।
स्टूडेंट्स 1 और 3 अगस्त को मैतेई इलाकों में हुए ड्रोन हमलों का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने सेंट्रल फोर्सेस पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए उनसे राज्य छोड़कर जाने की मांग की। साथ ही राज्य के 60 में से 50 मैतेई विधायकों से अपना रुख स्पष्ट करने या इस्तीफा देने को कहा है।
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