हसदेव अरण्य में लाखों पेड़ो को काटने के विरोध में मंच का प्रदर्शन

हसदेव अरण्य में लाखों पेड़ो को काटने के विरोध में मंच का प्रदर्शन

- छत्तीसगढ़ियों का दम घोंटकर राजस्थान को उर्जा दे रही है सरकार
- सड़क चौड़ीकरण में कुछ पेड़ों को काटने पर हायतौबा करने वाली भाजपा हसदेव में 4 लाख पेड़ो की कटाई पर मौन क्यों ?
दुर्ग । राजस्थान के बिजली कंपनी को कोयला देने के नाम पर प्रदेश की बघेल सरकार और केंद्र में मोदी सरकार ने मिलकर सरगुजा के हसदेव अरण्य क्षेत्र में परसा केते कोयला खदान को उत्खनन के लिये अडानी की कंपनी को आबंटित कर दिया है। कोयला उत्खनन के लिये 4.5 लाख पेड़ों की कटाई की जायेगी जिसका गोंडवाना गणतंत्र पार्टी सहित अनेक संगठनों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
हसदेव अरण्य में लाखों पेड़ों की कटाई के विरोध में छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच ने दुर्ग में गांधी जी की मूर्ति के पास प्रदर्शन किया और मोदी सरकार तथा बघेल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। अडानी अंबानी कार्पोरेट के खिलाफ भी भड़ास निकाली।
प्रदर्शन में शामिल मंच के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अध्यक्ष एड. राजकुमार गुप्त ने बघेल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह लाखों पेड़ काटकर राजस्थान को उर्जा देने के लिये छत्तीसगढ़ियों का प्राणवायु छीनकर दम घोंट रही है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी नाम लेकर अडानी अंबानी को कोसते रहते हैं लेकिन हसदेव अरण्य का कोल ब्लाक अडानी को आबंटित करने के मामले में खामोश हैं।
मंच के अध्यक्ष ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सड़क चौड़ीकरण में कुछ पेड़ काटे जाने पर हायतौबा मचाने वाली प्रदेश की विपक्षी पार्टी हसदेव अरण्य में लाखों पेड़ काटे जाने पर सिर्फ इसलिये खामोश है कि कोल ब्लाक मोदी के मित्र अडानी को आबंटित है।
प्रदर्शन में पूरनलाल साहू, कल्याणसिंह ठाकुर, ढालेश साहू, खोमेंद्र साहू, शुभम रजक आदि शामिल थे ।