बस्तर व धमतरी के सहायक शिक्षकों ने जताया छग शिक्षक महाफैडरेशन पर विश्वास, ली प्राथमिक सदस्यता

बस्तर व धमतरी के सहायक शिक्षकों ने जताया छग शिक्षक महाफैडरेशन पर विश्वास, ली प्राथमिक सदस्यता

दक्षिणापथ, भिलाई। आज इतिहास अपने आपको फिर से दोहरा रहा है। यह कहना है छत्तीसगढ़ शिक्षक महाफैडरेशन के प्रांताध्यक्ष राजेश पॉल का। उन्होंने इस संदर्भ की व्याख्या मौखिक व लिखित रुप से तो नहीं की, मगर उनका इशारा इस बात से समझा जा सकता है कि कैसे सहायक शिक्षकों का मोह बड़े बड़े मातृ संगठनों से भंग हुआ और आज ये सहायक शिक्षक बडी संख्या में प्रदेश के बस्तर , बालोद, बिलासपुर, धमतरी सहित अन्य जिलों से भी अपने तथाकथित संगठन से निराश होकर आज छत्तीसगढ़ शिक्षक महाफैडरेशन पर विश्वास जताते हुए प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष संगठन की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण किए अपितु उन्होनें आने वाले दिनों में संगठन में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से काम करने का मन बना लिया है। महाफैडरेशन के प्रदेश प्रमुख राजेश पॉल ने जानकारी दी कि वर्तमान सरकार की कुछ नीतियां तो शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए अच्छी है मगर धरातल पर विलंब से उतरने के कारण उनका लाभ लाभार्थियों को नहीं मिल पा रहा है। जिसका सबसे ज्यादा नुकसान सहायक शिक्षकों को हुआ मगर पदोन्नति जो महाफैडरेशन की प्रमुख मांग रही है उसे पुरा करके सहायक शिक्षकों का कुछ हद तक भला किया गया मगर पदोन्नति आधे में रुक जाने के कारण इसका लाभ समूचित सहायक शिक्षकों को नहीं मिल पा रहा है। वहीं प्रदेश स्तर पर व्याख्याता, प्रधान पाठक व प्राचार्य की स्थानांतरण तो निकल रहा है मगर सहायक शिक्षकों की बारी आई तो फिर से इसे शासन प्रशासन ने अघोषित रुप से रोक दिया जबकि सबसे ज्यादा इन सहायक शिक्षकों को ही आवश्यक है। 

         एसे ही अन्य मांगों को लेकर आज प्रदेश के दूरआंचल जैसे बस्तर, धमतरी, बालोद, बिलासपुर और पाटन क्षेत्र सहित अन्य जिलों के सहायक शिक्षकों ने छत्तीसगढ़ शिक्षक महाफैडरेशन संगठन के कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश महासचिव प्रणव मंड्रिक व जिला अध्यक्ष जलेश्वर साहू की उपस्थिति में संगठन की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण कर ली और आगे की लड़ाई साथ में लडने का मन्तव्य बनाया। प्रदेश अध्यक्ष ने सबका स्वागत किया और उनकी समस्याओं को लेकर सीधे मुख्यमंत्री निवास पहुंचे। 
       सर्वप्रथम संगठन की ओर से मुख्यमंत्री के सुपुत्र चैतन्य बघेल (बिट्टू भैया) को प्रथम वैवाहिक सालगिरह की शुभकामनाएं दी। पश्चात संगठन की ओर से उन्हें वर्तमान में शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं जैसे सहायक शिक्षकों का यू डी टी में पदोन्नति, शिक्षकों का व्याख्याता में पदोन्नति, सहायक शिक्षकों का प्रदेश स्तरीय स्थानांतरण और विशेष रूप से फिजिकली चैलेंज्ड कर्मचारियों के हित में और आपसी स्थानांतरण को प्राथमिकता देने की मांग की।

और सहायक शिक्षकों के प्रमोशन को करके अधिक से अधिक उनको लाभ देने और शेष सहायक शिक्षकों को वेतन विसंगति दूर करने की बात पर जोर देते हुए कहा कि एसा करके वे सहायक शिक्षकों की समस्याओं का हल कर सकते हैं। साथ ही लंबित मंहगाई भत्ता को तय समय से देने, सातवे वेतन आयोग के आधार पर गृहभाडा भत्ता देने , प्राचार्य पद पर व्याख्याताओं की पदोन्नति , अनुकंपा का पूर्ण निर्धारण, ओल्ड पेंशन योजना का लाभ देने के लिए शिक्षक एल बी संवर्ग की प्रथम नियुक्ति तिथि को मान्य करते हुए उन्हें बिना शर्त योजना का लाभ देने। की मांग प्रमुखता से रखी और संगठन ने इस संबंध में एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी आशीष वर्मा को सौंपा और मुख्यमंत्री जी तक पहुंचाने की मांग की जिसपर उन्होनें आस्वस्त किया। चैतन्य बघेल ने तमाम मसलों पर मुख्यमंत्री से चर्चा कर उनको पूरा कराने में सहयोग का आश्वासन दिया है । प्रदेशाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा ताकि सीधे उनसे रूबरू होकर समस्या/मांगों पर चर्चा कर सकें। प्रदेश अध्यक्ष ने आज के संगठन की बैठक में सभी नए सदस्यों व पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे सहायक शिक्षकों का विश्वास नहीं टूटने देंगे और शासन से हर हाल में उनका हक़ उनको दिलाकर रहेंगे।