सविता के शानदार प्रदर्शन से महिला हॉकी विश्वकप में भारत ने दर्ज की पहली जीत

सविता के शानदार प्रदर्शन से महिला हॉकी विश्वकप में भारत ने दर्ज की पहली जीत

-कनाडा को शूट आउट में 3-2 से हराया
टेरेसा (स्पेन) । कप्तान और गोलकीपर सविता के शानदार प्रदर्शन से भारत ने मंगलवार को यहां एफआईएच महिला हॉकी विश्व कप के क्लासिफिकेशन मुकाबले में कनाडा को शूट आउट में 3-2 से हराकर टूर्नामेंट में पहली जीत दर्ज की। निर्धारित समय के बाद दोनों टीम 1-1 से बराबर थीं। मेडेलाइन सेको ने 11वें मिनट में ही कनाडा को बढ़त दिला दी थी लेकिन भारत 58वें मिनट में सलीमा टेटे के गोल से बराबरी हासिल करने में सफल रहा। भारत की जीत में हालांकि सबसे अहम भूमिका गोलकीपर सविता की रही जिससे टीम टूर्नामेंट में पहली जीत दर्ज कर सकी। नौवें से 16वें स्थान के क्लासिफिकेशन मुकाबले में भारतीय कप्तान ने शूट आउट में विरोधी टीम के छह प्रयासों को नाकाम किया जबकि नवनीत कौर, सोनिका और नेहा ने गोल दागकर भारत की जीत सुनिश्चित की। स्पेन के खिलाफ क्रॉसओवर में निराशाजनक हार के बाद भारत ने कनाडा के खिलाफ आक्रामक शुरुआत की। भारत के शुरुआती दबाव से निपटने के बाद कनाडा ने गेंद को गोल में पहुंचा दिया लेकिन रैफरी ने इसे अस्वीकृत करते हुए पेनल्टी कॉर्नर दिया और नताली सोरिस्यू गोल करने में नाकाम रहीं। कनाडा को इसके कुछ मिनट बाद एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला और इस बार टीम ने वैरिएशन पर गोल दाग दिया। कैथलीन लीही ने भारतीय डिफेंस को भ्रमित करते हुए गेंद सेको की ओर बढ़ाई जिन्होंने इसे गोल में पहुंचा दिया। भारत ने दूसरे क्वार्टर में मजबूत शुरुआत की और कई बार कनाडा की रक्षापंक्ति को भेदा लेकिन गोल करने में सफलता नहीं मिली। मोनिका ने कई अच्छे मूव बनाए जबकि नवनीत कौर, नेहा और वंदना कटारिया की तिकड़ी ने कनाडा के डिफेंस को लगातार दबाव में रखा। नवनीत और वंदना ने 25वें मिनट में शानदार मूव बनाया लेकिन इनके प्रयास को गोलकीपर रोवन हैरिस ने नाकाम कर दिया। मध्यांतर के बाद भी भारत ने हमले जारी रखे। लालरेमसियामी ने कनाडा की रक्षापंक्ति को भेदने की कोशिश लेकिन विफल रहीं। भारत को बराबरी हासिल करने का शानदार मौका मिला लेकिन सर्कल के अंदर से नवजोत कौर का शॉट गोल पोस्ट के ऊपर से निकल गया। सविता ने इसके बाद पेनल्टी कॉर्नर पर शानदार बचाव करते हुए कनाडा को बढ़त दोगुनी करने से रोका। भारत को तीसरे क्वार्टर के अंतिम लम्हों में लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन टीम इसे गोल में नहीं बदल सकी। शुरुआती गोल के बाद कनाडा की टीम अधिक मौके नहीं बना सकी। चौथे और अंतिम क्वार्टर में भी भारत ने बराबरी का गोल करने के लिए प्रयास जारी रखा।भारत को कई पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन गुरजीत कौर इन्हें गोल में नहीं बदल सकी। भारत को अंतत: सलीमा टेटे ने बराबरी दिलाई जब पेनल्टी कॉर्नर पर गुरजीत की ड्रैग फ्लिक को कनाडा की गोलकीपर के रोकने के बाद उन्होंने रिबाउंड पर गोल दागा। कार्ली योहानसन को पेनल्टी कॉर्नर पर कनाडा को एक बार फिर बढ़त दिलाने का मौका मिला लेकिन वह गोल नहीं कर सकी। भारत नौवें से 12वें स्थान के प्ले आफ में बुधवार को जापान से भिड़ेगा।