विश्व हृदय दिवस : दुनिया के सभी नागरिकों को एकजुट होकर हृदय रोग के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी..

विश्व हृदय दिवस : दुनिया के सभी नागरिकों को एकजुट होकर हृदय रोग के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी..

दक्षिणापथ विशेष। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 29 सितंबर 2022 को संपूर्ण विश्व के चिकित्सा इकाई द्वारा विश्व हृदय दिवस मनाया जा रहा है जिसका थीम *हार्ट फॉर एवरी हार्ट* रखा गया है प्रत्येक वर्ष हृदय सुरक्षा व हृदय रोग से बचाव की जानकारी के प्रचार प्रसार आमजन को जागरूक करने हेतु यह प्रोग्राम किया जाता है व थीम रखा जाता है।

इस वर्ष के थीम में हम सबको संदेश दिया जा रहा है कि हमें दुनिया के सभी नागरिकों को एकजुट होकर हृदय रोग के विरुद्ध लड़ाई लड़नी होगी।
 इसी मौके पर डॉ शेखर ताम्रकार जी ने बताया कि हृदय रोगों से निजात पाने के लिए सर्वप्रथम ह्रदय व हृदय में  होने वाले रोग के बारे में जानकारी होना आवश्यक है तभी हम मिलकर उसको समझ पाएंगे वह हृदय रोगों के बचाव व सुरक्षा कर पाएंगे  । व हृदय रोग से मुक्त हो पाएंगे
डॉ शेखर ताम्रकार जी ने हृदय को स्वस्थ और निरोगी रखने के लिए कुछ सामान्य जीवन शैली व आहार विहार में बदलाव का सुझाव बताया जैसे कि कुछ सावधानियां । 

1.अपनी बीएमआई को सामान्य रखें बीएमआई बॉडी मास इंडेक्स आसान शब्दों में कहा जाए तो आपके ऊंचाई के हिसाब से आपका वजन होना चाहिए 

2.अपने रक्तचाप को सामान रखें सामान्य आजकल के दौर में 25 वर्ष के बाद सभी व्यक्ति को यदि किसी भी प्रकार की तकलीफ ना भी हो तब भी अपना बीपी का जांच कराना चाहिए 

 3.लिपिड प्रोफाइल की जांच कराएं 30 वर्ष के बाद अपने कॉलेस्ट्रोल का ट्राइग्लिसराइड एचडीएल एलडीएल की जांच चिकित्सकीय सलाह से जरूर करावे 

4.शुगर जांच करावे यदि आपके माता-पिता को शुगर की समस्या है तो आप अपने लिए ज्यादा सजग हो जाए बीपी शुगर की जांच कराते रहें

5. चिकित्सा शिविर में अपने स्वास्थ्य की परीक्षा कराए
6.40 वर्ष के बाद प्रति 2-5 वर्ष अंतराल में TMT जरूर कराए

हृदय स्वस्थ रखने के लिए हमें क्या नहीं करना चाहिए

1.अल्कोहलया स्मोकिंग ना करें 

2.अत्यधिक मांसाहार व तैलीय पदार्थों का सेवन ना करें 

3.बाहरी उत्पाद पैकेट बंद आइटम का सेवन ना करें 

4.पूरे दिन आलस्य अपने दिनचर्या को सिडेंटरी न  रखें 

5.अत्यधिक चिंता ना करें 

6.अत्यधिक व्यायाम ना करें 

7.अत्यधिक नमक व शक्कर का सेवन न करें 

8.चाय कॉफी का अधिक सेवन ना करें

यह तो हुआ कि हम क्या ना करें कि हम  हृदय रोगों से ग्रसित न हो अब जानते हैं हम क्या करें कि हृदय को स्वस्थ व मजबूत कैसे बनाए रखें।

क्या करे:-

1. यदि आप हृदय रोगी  हैं आपको तनाव चिंता बनी रहती है आप सदैव सोच विचार करते हैं तो सबसे पहले आप अपना तनाव चिंता को  को बंद करें क्योंकि वर्तमान समय में देखा जा रहा है हृदय रोग का मुख्य कारण तनाव है अतः आप अपने चिंता विचार को नियंत्रित रखें यदि आप stress manage नहीं कर पा रहे हैं तो आप अपने आसपास अच्छे से health counselor  से मिले और योग मेडिटेशन का ध्यान करे ।

2. यदि आप हृदय रोगी है यदि आपको हृदय की समस्या बनी हुई है तो आप अपने दिनचर्या व खानपान में ध्यान रखें जैसे बिना पकी हुई चीजों का सेवन अवश्य करें कहने का मतलब है प्रकृति से आहार योग्य पदार्थ मिले हैं उनका सेवक अधिक करें उदाहरण फल, हरी सब्जियां, सलाद, स्प्राउट आदि

2.दिनचर्या- अपने हृदय की सुरक्षा के लिए प्रतिदिन कम से कम 
से कम 30-35 मिनट वाक करे कम से कम 25 मीनट योग करे व मैडिटेशन  
व सूर्य की रोशनी यदि संभव होतो 10 मिनत प्रातः काल ईश्वर का अभिवादन करे।

4.हूंजा चाय - स्वस्थ व्यक्ति को अपने हृदय व शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए  चाय की जगह हूँजा चाय का प्रयोग करना चाहिए कैसे बनता है हूंजा चाय इसे बनाने के लिए 2-3 हरी इलायची छोटी टुकड़ी दालचीनी एक कली अदरक एक चम्मच गुड़ सभी सामग्री को मात्र 10 मिनट चाय की तरह उबाल कर ले

5. आहार निर्णय- रोटी जौ चना गेहूं को मिक्स अर्थात मल्टीग्रेन रोटी लेना चाहिए साथ सब्जी सलाद जरूर रखे, दाल हमेशा बदल बदल कर लेनी चाहिए चना अरहर मूंग मसूर मिक्स तेल का प्रयोग नहीं करें तो बेहतर होगा यदि करते भी है तो एक से दो चम्मच पूरे दिन में ।

आप जानते हैं क्या होते हैं हृदय रोगों के सामान्य लक्षण:-

1. छाती में दर्द होना विशेषकर बाएं तरफ से शुरू होकर बाएं कंधे पर हाथ जब बड़े व पेट में जाना

2. छाती में भारीपन व जलन होना

3. चलने के दौरान सांस फूलना

4. बेचैनी घबराहट महसूस होना

5. हृदय गति असामान्य होना

6. रक्तचाप असामान्य होना

7. अत्यधिक पसीने का रिसाव होना

8. पैरों में सूजन होना

9. बार बार चक्कर आना

 यह सभी हृदय रोग के संभावित लक्षण हो सकते है  जिसे महसूस होते ही आप चिकित्सकीय या हृदय रोग विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले मेडिकल में कहा जाता है प्रिवेंशन इस बेटर थान क्योर अर्थात इलाज से अच्छा है कि आप स्वास्थ्य की सुरक्षा कर ले आप अपनी हृदय की सुरक्षा के लिए नजदीकी प्रीवेंटिव कार्डियोलॉजी से जरूर संपर्क करे व समय समय पर अपने हृदय की जांच करते रहे।
कौन होते है प्रीवेंटिव कार्डियोलॉजिस्ट व इनका कार्य छेत्र क्या हित है :- वह चिकित्सक जो हृदय रोगों से बचाव करे, व हृदय रोग से ग्रसित मरीजो का परामर्श चिकित्सक आहार विहार दिनचर्या का निर्धारण करे उन्हें हम प्रीवेंटिव कार्डियोलॉजीस्ट कहते है इनका कार्य छेत्र में सर्जरी नही होता किन्तु सर्जरी के पहले व बाद में इनकी अहम भूमिका होती है व सर्जरी के पहले व बाद में हृदय को मजबूत बनाने के लिए बहुत से अल्टरनेटिव चिकित्सा मरीजो को देते है ।

डॉ. शेखर ताम्रकार
प्रीवेंटिव कार्डियोलॉजिस्ट 
माधवबाग मुम्बई
7000836094