छत्तीसगढ़ियों की भावनाओं से खेलने वाली भूपेश सरकार छत्तीसगढ़ को बेचकर दम लेगी- अजय चंद्राकर

छत्तीसगढ़ियों की भावनाओं से खेलने वाली भूपेश सरकार छत्तीसगढ़ को बेचकर दम लेगी- अजय चंद्राकर

पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के नेतृत्व में जेल भरो आंदोलन ने इतिहास रचा

आंदोलनकारियों की संख्या 7 हजार से पार हुई, वैकल्पिक जेल छोटा पड़ गया

धमतरी। छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने कर्ज के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। ऐसा ही रहा तो छत्तीसगढ़ आने वाले समय में एक लाख करोड़ रुपए से ऊपर के कर्ज से लद जाएगा। जिसका पूरा बोझ आने वाले समय में एक-एक छत्तीसगढ़िया के ऊपर होगा। छत्तीसगढ़िया को भौंरा और बाटी खेलकर लुभाने वाली भूपेश सरकार की करनी का सांटा गरीब किसान को भुगतना होगा। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और मौलिक अधिकारों से वंचित रखने की भूपेश सरकार पुरजोर कोशिश कर रही है। जिसका ताज़ा उदाहरण है कि अब प्रत्येक प्रकार के राजनीतिक ,धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में सरकार की ऊलजलूल अनुमति वाली मर्जी थोपी जा रही है। जो आपातकाल की शुरुआत से कम नहीं है। जेल भरो आंदोलन का आह्वान करने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री अजय चंद्राकर ने गौशाला मैदान से हजारों की संख्या में चिलचिलाती धूप को नजरअंदाज कर पहुंचें भाजपा के प्रत्येक प्रहरियों को संबोधित करते हुए उक्त बातें कहीं ।

उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश की भूपेश सरकार छत्तीसगढ़ की जनता को खुशहाल देखना ही नहीं चाहती, यही कारण है कि केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा "2022 तक सबके सर पर पक्का छत" के सपने को चकनाचूर करने की कोशिश की जा रही है। करीब 11लाख लोग अभी भी प्रधानमंत्री आवास योजना से महरूम है। ना 2 साल का बोनस मिला और ना ही खाद, बिजली पानी की आपूर्ति में सरकार खरी उतरी। कोरोना महामारी को भी कैसे अवैध वसूली के अवसर में बदला जाता है यह भूपेश सरकार में देखने को मिली। जब शराब का दाम बढ़ा दिया गया, अतिरिक्त काउंटर खोल दिए गए, कोचियों को गांव-गांव और वार्डों में खुले सांड की तरह छोड़ दिया गया। मामला खनिज उत्खनन का हो या सरकारी निर्माण कार्यों का, आपको हर जगह बाहरी ऐसे तत्व मिल जाएंगे जिनका ना तो छत्तीसगढ़ से कोई लेना-देना है और ना ही उनकी कमाई छत्तीसगढ़ में निवेश के काम आने वाली है। अपने आप को मुख्यमंत्री के खासमखास कहने वाले ऐसे कांग्रेसी, सरकार के प्रत्येक मंत्रालय और विभाग में कांग्रेसी गमछा लगाए घूमते मिल जाएंगे। छत्तीसगढ़ की जनता भली-भांति जानती है कि झूठा आश्वासन देकर सरकार में आई कांग्रेस पार्टी के दिन अब लदने वाले हैं ।क्योंकि बिजली हाफ और कर्जा माफ का उनका मूल वादा, धरातल पर बुरी तरह असफल रहा है।आगे इनके किसी भी प्रलोभन में छत्तीसगढ़ की जनता नहीं आने वाली। अब समय आ गया है कि जनता जनार्दन भाजपा के उस नेतृत्व को फिर से मौका दें जिसने प्रदेश में 15 सालों तक केवल विकास की नदिया बहाई। जिसके नेतृत्व में अंतिम व्यक्ति तक विकास का असर देखने को मिला। जेल भरो आंदोलन के संबोधन कार्यक्रम के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री अजय चंद्राकर ने हजारों की संख्या में आए कार्यकर्ताओं को आह्वान किया कि वे संस्कारवान भारतीय जनता पार्टी के नक्शे कदम पर चलते हुए सलीखे से रैली में चलें। और प्रशासन के वैकल्पिक जेल में पहुंचकर अपनी गिरफ्तारी सुनिश्चित करें। आपको बता दें सिटी कोतवाली धमतरी के सामने के खुले मैदान में गिरफ्तारी और रिहाई के सरकारी पन्ने 5200 के आंकड़े उपस्थित भाजपाइयों के बता रहे थे। जबकि व्यवस्था संभाल रहे भाजयुमो के जिलाध्यक्ष विजय मोटवानी के ड्रोन कैमरे के अनुसार करीब 7 हजार से अधिक की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता जेल भरने पहुंचे थे। जो बताता है कि भूपेश सरकार की नीतियों के खिलाफ अब लोग चुप नहीं रहने वाले। अभी तो यह शुरुआत है आगे कांग्रेसी सरकार की एक-एक नीतियों का पोस्टमार्टम होगा और आंदोलन तब तक चलेगा जब तक भूपेश सरकार की जमीन उन्हें ना दिखा दी जाए। आंदोलन के दौरान शाम 5:00 बजे तक लोग वैकल्पिक जेल के सामने डटे रहे और जब तक प्रशासनिक रिहाई की घोषणा नहीं हुई कोई भी कार्यकर्ता टस से मस नहीं हुआ जिसका पूरा पूरा मानिटरिंग स्वयं पूर्व कैबिनेट मंत्री अजय चंद्राकर कर रहे थे।


भाजपा जिला मीडिया प्रभारी तल्लीन पुरी गोस्वामी ने बताया कि जेल भरो आंदोलन में मुख्य रूप से किसान मोर्चा की राष्ट्रीय मंत्री श्रीमती पिंकी शाह, भाजपा जिला अध्यक्ष ठाकुर शशि पवार, विधायक श्रीमती रंजना डीपेंद्र साहू, पूर्व विधायक इंदर चोपड़ा, पूर्व विधायक श्रवण मरकाम, महामंत्री कविंद्र जैन, प्रकाश बैस, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रीतेश गांधी, भाजपा कोषाध्यक्ष चेतन प्रकाश हिंदूजा, अरविंदर मुंडी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष विजय मोटवानी, कालिदास सिन्हा, बाला राम साहू, विकल गुप्ता, सुरेश अग्रवाल ,रविकांत चंद्राकर ,नरेंद्र रोहरा, शिव शर्मा, महेंद्र पंडित, भानु चंद्राकर, राजेश गोलछा, आकाश पांडे, राजेंद्र गोलछा, श्रीमती ज्योति चंद्राकर, वीरेंद्र साहू, श्रीमती श्यामा नरेश साहू, कीर्तन मीन पाल, विनय जैन ,बसंत गजेंद्र, श्रीमती सरला जैन, रामस्वरूप साहू, प्रकाश शर्मा, विजय साहू, बीथिका विश्वास, हेमराज सोनी, शरद चौबे, प्रतीक चौबे, महेंद्र खंडेलवाल, डॉक्टर गजेंद्र साहू, हेमलता यादव, शरद साहू, अखिलेश सोनकर ,श्याम साहू, निलेश लूनिया, रवि दुबे ,नरेश सिन्हा, धनीराम सोनकर ,अजय नाहटा, अनिल यादव,दिनेश्वरी नेताम, हुमित लिमजा, रघुनंदन साहू, नागेंद्र शुक्ला, आराधना शुक्ला ,कुलेश्वर चंद्राकर सत्यम चंद्राकर, कमलेश चंद्राकर, डीपेंद्र साहू, मुरारी यादव, रोहिताश मिश्रा, हेमंत माला, वामन साहू, नंदलाल यादव, महेंद्र नेताम ,ज्ञानिक रामटेके, विनोद रणसिंह ,अमित अग्रवाल, मोहन नाहटा, कमल डागा, नील पटेल, चैतन्य गिरी गोस्वामी, श्रीमती प्राची सोनी श्रीमती सरिता असाई, श्रीमती श्यामा साहू, बिशन निषाद, शरद साहू, डमन लाल सिन्हा, भगत यादव ,पुष्पेंद्र साहू ,अवनेंद्र साहू, अविनाश दुबे, रितिका यादव, श्रीमती रेशमा शेख,सुशीला तिवारी, चंद्रकला पटेल, सरिता यादव, विनोद पांडे, सूरज शर्मा ,कैलाश सोनकर ,शीला सोनी, ममता सिन्हा, भुनेश्वर ध्रुव ,गोविंदा ढिल्लो ,लीलाराम वैद्य, पुष्कर यादव, चिराग आथा, प्रकाश गोलछा, संतोष सोनकर ,प्रेमलता नागवंशी, छत्रपाल बैस, ऋषभ देवांगन, मोनिका देवांगन, हेमंत चंद्राकर, गौकरण साहू सहित करीब 7 हजार की संख्या से ऊपर भाजपा कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी गण मौजूद थे।