38 जान बचाने वाली उस कुतिया (लूना) की कहानी जिसे अपने पूरे कर‍ियर में मिला बड़ा सम्‍मान...   हाल में पुल‍िस सेवा से हुआ र‍िटायरमेंट

38 जान बचाने वाली उस कुतिया (लूना) की कहानी जिसे अपने पूरे कर‍ियर में मिला बड़ा सम्‍मान...   हाल में पुल‍िस सेवा से हुआ र‍िटायरमेंट

Police dog that saved 38 lives: 10 साल की लूना (Luna) मामूली नहीं है। वह असाधारण है। जर्मन शेपहर्ड (German Shepherd) नस्‍ल की इस कुतिया के बहादुरी के किस्‍सों की लंबी फेहरिस्‍त है। अपने 8 साल के करियर में उसने 38 जानें बचाई हैं। लूना स्‍कॉटलैंड पुलि Bulk Post Upload स का अहम हिस्‍सा रही है। अब वह रिटायर हो चुकी है। उसे अपनी व‍िशेष सेवाओं के लिए राष्‍ट्रीय सम्‍मान 'थिन ब्‍ल्‍यू पॉ अवार्ड' से नवाजा गया है। पुलिस सेवा के दौरान भी अपने दूसरे साथ‍ियों से उसे भरपूर रिस्‍पेक्‍ट मिली। रिटायरमेंट के बाद अब लूना का मौज-मस्‍ती का प्‍लान है। लूना इसी साल जून में रिटायर हुई है। वह अपनी हैंडलर के साथ पहली वैकेशन पर जाने वाली है। यहां वह तटों और समंदर में स्‍वीमिंग कर अपना समय बिताएगी।


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पहली बार दिसंबर 2012 में स्‍कॉटिश पुलिस ऑफिसर लिंडा मैकब्राइड की लूना के साथ जोड़ी बनाई गई थी। तब लूना सिर्फ 12 हफ्तों की थी। तब से दोनों एक-दूसरे की देखरेख करती आ रही हैं। लिंडा मैकब्राइड लारबर्ट में स्‍कॉटलैंड पुलिस के सेंट्रल डिवीजन में काम करती हैं। 55 साल की अधिकारी ने कहा कि लूना के साथ जोड़ी कभी नहीं टूटने वाली है। लूना दो और जर्मन शेपहर्ड पुलिस डॉग्‍स के साथ रहती है। लिंडा की 91 साल की मां भी उनके संग ही रहती हैं। इन सभी का आपस में गहरा रिश्‍ता बन चुका है।


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खोजी ऑपरेशन में लूना को है महारत
मैकब्राइड ने कहा कि अगर लूना के पास पसंद करने का विकल्‍प होता तो वह जरूर काम करना जारी रखती। वह असाधारण पुलिस डॉग है। जब उसे लाइफसेवर अवार्ड मिलने का ऐलान हुआ तो खुशी कई गुना बढ़ गई। मैकब्राइड के अनुसार, वह यह कहें कि लूना पर उन्‍हें गर्व है तो उसकी बहादुरी का अपमान होगा। लूना की उपलब्धि इससे कहीं ज्‍यादा है। अपने करियर में उसने 38 जिंदगी बचाई हैं। उसे खोजी ऑपरेशन में महारत है। हाई रिस्‍क जोन में उसने सेवाएं दी हैं।


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ड्यूटी के दौरान लूना को म‍िलता रहा है सम्‍मान
2019 में लूना ने एक शख्‍स को खोज निकाला था जो अपने घर से लापता था। उसने इस शख्स को झाड़‍ियों के पीछे से खोजा था। यह व्‍यक्ति हाइपोथर्मिया का शिकार था। इसे अस्‍पताल में देखरेख की तुरंत जरूरत थी। लिंडा को लगता है कि लूना बहुत चतुर है। उसे कुछ खास तरह का आभास होता है। यही उसे लापता लोगों की तलाश करने में मदद करता है। वह वाकई लोगों की मदद करना चाहती है। लिंडा के मुताबिक, लूना की जितनी तारीफ की जाए कम है। उन सभी कहानियों को दोबारा याद करना और पढ़ना बहुत दिलचस्‍प होता है जिसमें लूना ने किसी की जिंदगी बचाई होती है। वह वाकई प्रेरित करती है। लूना को अपने फ्रंटलाइन कॉलीग और प्रबंधन से बहुत सम्‍मान मिलता आया है।

luna with linda


लोगों को फटाफट तलाश लेने की लूना की कुशलता के कारण कई लोगों को नया जीवन मिला है। लूना नहीं होती तो शायद इनकी जिंदगी खतरे में पड़ जाती। वह जानती है कि किन लोगों को उसकी जरूरत है। उसमें ऐसे लोगों के लिए करुणा का सागर है। शातिर और खतरनाक अपराधियों के प्रति उसका व्‍यवहार ठीक उलट हो जाता है। वह इनके साथ आक्रामक तरह से निपटती है।