यही खासियत तो सबसे अलहदा बनती है सांसद दीपक बैज को

यही खासियत तो सबसे अलहदा बनती है सांसद दीपक बैज को

- निज सहायक के विवाह में शामिल हुए बस्तर के सांसद दीपक बैज 
-अमीर हो या गरीब सभी को समान नजर से देखते हैं बस्तर के सांसद

बस्तर।क्षेत्र के कांग्रेस सांसद दीपक बैज अपने आप में गुणों की खान हैं। उनके पास खासियतों का खजाना है। अपने इन विशेष गुणों के कारण वे सबसे अलग तरह के और सबके चहेते जनप्रतिनिधि के रूप में जाने व पहचाने जाते हैं। छोटे - बड़े और अमीर गरीब का भेद न करते हुए वे सभी को समान नजर से देखते और सबके साथ समान व्यवहार करते हैं।
नारायणपुर प्रवास के दौरान बेहद व्यस्त रहे सांसद दीपक बैज शनिवार को समय निकालकर कोंडागांव पहुंच गए। वहां वे अपने निज सहायक मयंक देवांगन के विवाह समारोह में शामिल हुए। श्री बैज ने मयंक और उनकी दुल्हनिया को बधाई दी। सांसद दीपक बैज काफी देर तक देवांगन परिवार के साथ रहे। समारोह में शामिल होने पहुंचे तमाम लोग सांसद दीपक बैज के इस सादगी पूर्ण और अपनत्व भरे व्यवहार के कायल हो गए। लोगों को सहसा विश्वास नहीं हो पा रहा था कि इतने बड़े लोकसभा क्षेत्र का सांसद व्यस्ततम दिनचर्या के बावजूद अपने निज सहायक को बधाई देने भी आ सकते हैं। इस दौरान श्री बैज के साथ कोंडागांव के विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मलकीत सिंह गैदू, महेंद्र महापात्र सहित अन्य लोग मौजूद थे। देवांगन परिवार ने श्री बैज, श्री मरकाम, श्री गैदू और अन्य लोगों का आत्मीय स्वागत सत्कार किया।
-सबके रिश्तेदार बन गए हैं दीपक बैज
उल्लेखनीय है कि बस्तर के सांसद अपनी सादगी, मिलनसारिता, बंधुत्व भावना के लिए मशहूर हैं। वे अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के साथ हर सुख दुख में खड़े नजर आते हैं। तब वे यह नहीं देखते कि संबंधित व्यक्ति किस राजनैतिक दल अथवा विचारधारा का समर्थक है। वे सभी के लिए अपना नजरिया एक समान रखते हैं। किसी परिवार में किसी सदस्य की मृत्यु हो जाए और सांसद दीपक बैज उस परिवार का दुख साझा करने न पहुंचें, ऐसा हरगिज हो नहीं सकता। वे शोकाकुल परिवार के बीच बिना किसी पूर्व सूचना के और बगैर तामझाम के पहुंच जाते हैं। किसी गरीब की बेटी की शादी हो और वह गरीब बिटिया सांसद दीपक बैज के आशीर्वाद के बिना ससुराल विदा हो, ऐसा भी नहीं हो सकता। इन्हीं अदाओं ने सांसद दीपक बैज को किसी का भाई, किसी का बड़े पिताजी, किसी का चाचा बना दिया है। लोग उन्हें एक सांसद के रूप में कम और अपने सगे के रूप में ज्यादा मानते हैं।