रायपुर। बस्तर में नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कल ही सरकार की तारीफ की थी, और बधाई दी थी। मगर वन मंत्री केदार कश्यप के बयान के बाद आज उनके तेवर बदल गए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं, तो वह कांग्रेस सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति, और हमारे विश्वास, विकास और सुरक्षा सूत्र के कारण संभव हो पाया है। पूर्व सीएम ने शुक्रवार को नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर कहा था कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का इस लड़ाई में सहयोग रहा और हमने इसे देश की साझा चुनौती के तौर पर लिया। उन्होंने साय सरकार की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा था कि इस बात पर मुझे आज ख़ुशी है कि केंद्रीय गृहमंत्री जी के साथ प्रदेश सरकार पहले की तरह हमारी विश्वास-विकास-सुरक्षा की नीति को सूत्र बनाकर आगे बढ़ी है। उन्होंने आगे कहा था कि बस्तर में नक्सलियों के बड़ी संख्या में आत्मसमर्पण से हम सबको संतोष है कि देश की यह लड़ाई जल्द खात्मे की ओर बढ़ेगी। मगर वन मंत्री केदार कश्यप के बयान पर पूर्व सीएम ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।कश्यप ने पूर्व सीएम को तारीफ के लिए शुक्रिया कहा, साथ ही यह भी पूछ लिया कि आपकी यह निजी राय है या कांग्रेस का अधिकृत बयान है? आपके पार्टी का प्रवक्ता इसे कल 'इवेन्टÓ कह रहे थे। फिर आपकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष असली-नकली नक्सली का प्रश्न पैदा कर हमेशा की तरह इस लड़ाई को कमजोर करने में भूमिका निभा रहे थे। उन्होंने देश के आंतरिक सुरक्षा से जुड़े विषयों पर इस तरह की सस्ती, और हल्की और दोहरी राजनीति करने से बाज आने की नसीहत दी। इस पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने तीखा पटलवार करते हुए कहा कि ऐसे समय में जब माओवाद कमजोर हो रहा है, तब भी आप कांग्रेस को नक्सलवाद से जोडकऱ जो छींटाकशी कर रहे हो, वह दिखाता है कि आपके लिए देश की आंतरिक सुरक्षा से ज्यादा विपक्ष पर झूठे आरोप लगाने में रूचि है। उन्होंने यह भी कहा कि बस्तर को खुशहाल बनाने का काम कांग्रेस ने शुरू किया था, और इस आगे भी जारी रखेगी। पूर्व सीएम ने यह भी कहा कि नक्सल मुक्ति के नाम पर हम आपको बस्तर बेचने नहीं देंगे। ये भी सनद रहे।
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