दुर्ग। आचार्य गुरुवर 108 श्री विद्यासागर जी महाराज एवं आचार्य गुरुवर 108 श्री समयसागर जी महाराज की आज्ञानुवर्ती शिष्या, दुर्ग नगर गौरव आर्यिका रत्न 105 दुर्लभमति माताजी ससंघ (4 पीछी) का मंगल प्रवेश 30 सितंबर की दोपहर लगभग 4:00 बजे बड़े मंदिर से 1008 श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर, पद्मनाभपुर दुर्ग में होगा। इस अवसर पर नगर में धार्मिक उत्साह का वातावरण रहेगा।
समाज के संजय बोहरा ने बताया कि 1 अक्टूबर 2025 की दोपहर 2:00 बजे से "संत भवन" में 1008 श्री आदिनाथ भगवान जी को पंडुकशीला पर विराजमान कर अभिषेक एवं शांतिधारा संपन्न होगी।
इसके पश्चात आचार्य गुरुवर 108 श्री विद्यासागर जी महामुनिराज द्वारा प्रतिपादित ऐतिहासिक विधान "आचार्यश्री विधान" (108 अर्घ द्वारा) का आयोजन आर्यिका रत्न 105 दुर्लभमति माताजी एवं विद्वान पंडित श्री अनेकांत जी जैन के सानिध्य में, "श्री राजू एंड संगीत पार्टी" की भक्ति प्रस्तुति के साथ संपन्न होगा।
कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती सुनीता संजय बोहरा ने बताया कि अहिंसा परमो धर्म के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार करते हुए 2 अक्टूबर 2025 "अहिंसा दिवस" के अवसर पर प्रातः 9:00 बजे दुर्ग सेंट्रल जेल में आर्यिका रत्न 105 दुर्लभमति माताजी का मंगल प्रवचन होगा। इसके पश्चात आहार चर्या 1008 श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर, पद्मनाभपुर दुर्ग में संपन्न होगी।
मंदिर प्रबंधन समिति ने धर्मप्रेमी महानुभावों से आग्रह किया है कि वे "आचार्यश्री विधान" एवं सभी धार्मिक कार्यक्रमों में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होकर धर्म लाभ अर्जित करें और पुण्य संचय का अवसर प्राप्त करें।
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