-पीड़ित परिवार ने जांच टीम को बताया कि घटना में उसका चाचा आरोपी नहीं,पुलिस पर लगाया मारपीट का आरोप
दुर्ग। मोहननगर पुलिस थानांतर्गत ओमनगर उरला में 6 साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। 6 अप्रैल की शाम यह घटना सामने आने से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा था। घटना को लेकर विभिन्न संगठनों द्वारा लगातार विरोध के स्वर तेज है। इस बीच बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित कांग्रेस की जांच टीम बालोद विधायक संगीता सिन्हा के नेतृत्व में पीड़ित परिवार के घर पहुंची और पूरे वस्तुस्थिति से अवगत हुई। वहीं बाल संरक्षण आयोग की टीम के साथ शताब्दी पांडेय ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली, शताब्दी पांडेय ने घटनास्थल का भी जायजा लिया, लेकिन इस दौरान पीड़ित परिवार ने जो जांच टीम को बताया, उससे इस पूरे घटनाक्रम में नया मोड़ आ गया है। पीड़ित परिवार ने साफ कहा कि उनके मासूम बच्ची के दुष्कर्म व हत्या मामले में उसका चाचा आरोपी नहीं है। बल्कि आरोपी खुलेआम घूम रहा है। घटना में जिस कार से बच्ची का शव मिला है। उस कार मालिक पर पीड़ित परिवार ने आरोपी होने का संदेह जताया है। साथ ही पीड़ित परिवार ने पुलिसिया प्रताड़ना का भी आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार के इस बयान के बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे है। दरअसल, पुलिस ने इस मामले में पीड़िता के चाचा को मुख्य आरोपी बनाया है, जो $िफलहाल जेल में दाखिल कर दिया गया है। आरोपी का पुलिस द्वारा डीएनए टेस्ट भी करवाया गया है, लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं आई है। कांग्रेस के जांच टीम में बालोद विधायक संगीता सिन्हा, पूर्व विधायक छन्नी साहू,पूर्व महापौर हेमा देशमुख व अन्य शामिल रहे। जांच टीम के साथ प्रदेश कांग्रेस महामंत्री राजेन्द्र साहू, पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल, पूर्व सभापति राजेश यादव, जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राकेश ठाकुर,प्रदेश कांग्रेस सचिव अय्यूब खान, कांग्रेस नेता अलताफ अहमद, संजय कोहले, प्रेमलता साहू, रत्ना नारमदेव एवं अन्य मौजूद रहे। कांग्रेस जांच टीम की बालोद विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि 6 साल की मासूम बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या अमानवीय कृत्य है। इस घटना को लेकर पीड़ित परिवार ने हमें जो बताया वो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे है। पीड़ित परिवार ने कहा है कि बच्ची का चाचा आरोपी नहीं है। वहीं पीड़ित परिवार द्वारा पुलिस प्रताड़ना का भी आरोप लगाया गया है। बालोद विधायक संगीता सिन्हा ने कहा है कि घटना की निष्पक्ष जांच की जाए और घटना में जो भी दोषी हो उसे तुरंत फांसी की सजा दी जाए। संगीता सिन्हा ने कहा है कि घटना के पीछे नशा प्रमुख कारण बना है, लेकिन राज्य सरकार नशे के कारोबार को बंद करवाने के बजाय प्रदेश में नए शराब दुकान खुलवा रही है। जिससे राज्य सरकार की नियत स्पष्ट है।
इधर पीड़िता के परिवार ने कलेक्टर अभिजीत सिंह द्वारा दिए गए मुआवजे के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। कलेक्टर ने मंगलवार को पीड़ित परिवार को कलेक्ट्रेट बुलाकर ढाई लाख रुपये मुआवजा देने की पेशकश की थी, लेकिन परिवार ने साफ कहा कि उन्हें पैसे नहीं, न्याय चाहिए। असली आरोपी को ही सजा मिलनी चाहिए।
-एसपी ने किया SIT का गठन
मामले में दुर्ग पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (आईयूसीएडब्ल्यू) पद्मश्री तंवर की अगुवाई में गठित टीम पूरे मामले में साक्ष्य जुटाने से लेकर फास्ट ट्रेक कोर्ट में चार्ज शीट पेश करने का काम करेगी। इस विशेष जांच दल में मोहन नगर थाना प्रभारी निरीक्षक शिव प्रसाद चंद्रा, महिला थाना प्रभारी निरीक्षक श्रद्धा पाठक, छावनी थाना प्रभारी उप निरीक्षक चेतन चंद्राकर, उप निरीक्षक पारस ठाकुर (मोहन नगर थाना), सहायक उप निरीक्षक राजेन्द्र देशमुख (थाना मोहन नगर), सहायक उप निरीक्षक संगीता मिश्रा, (रक्षा टीम) प्रधान आरक्षक लक्ष्मी नारायण पात्रे (मोहन नगर थाना) को शामिल किया गया है। बता दें कि मोहन नगर थाना क्षेत्र के उरला इलाके की रहने वाली 6 साल की बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिजनों ने पुलिस में दर्ज कराई थी। बच्ची 6 अप्रैल की सुबह 9 बजे अपनी दादी के घर कन्या भोज के लिए गई थी। इसके बाद से वह घर नहीं लौटी। पुलिस भी तलाश में जुटी, लेकिन बच्ची का कोई पता नहीं चला। इस बीच, शाम 7.30 बजे सूचना मिली की बच्ची की लाश एक कार में मिली है। परिजन मौके पर पहुंचे और लाश को डिक्की से बाहर निकाला गया। इस दौरान बच्ची खून से लहूलुहान मिली। बच्ची बहुत बुरी हालत में कार के अंदर सीट के नीचे पड़ी थी। उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान थे, चमड़ी उधड़ी हुई थी।
परिजन बच्ची को लेकर दुर्ग जिला अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। वारदात के सामने आने से लोगों ने जमकर हंगामा किया। देर रात कार मालिक के घर और कार में तोड़फोड़ भी की गई।
संपादक- पवन देवांगन
पता - बी- 8 प्रेस कॉम्लेक्स इन्दिरा मार्केट
दुर्ग ( छत्तीसगढ़)
ई - मेल : dakshinapath@gmail.com
मो.- 9425242182, 7746042182
हिंदी प्रिंट मीडिया के साथ शुरू हुआ दक्षिणापथ समाचार पत्र का सफर आप सुधि पाठकों की मांग पर वेब पोर्टल तक पहुंच गया है। प्रेम व भरोसे का यह सफर इसी तरह नया मुकाम गढ़ता रहे, इसी उम्मीद में दक्षिणापथ सदा आपके संग है।
सम्पूर्ण न्यायिक प्रकरणों के लिये न्यायालयीन क्षेत्र दुर्ग होगा।
Copyright 2024-25 Dakshinapath - All Rights Reserved
Powered By Global Infotech.