-अंधश्रद्धा मुक्त समाज ही अपना समग्र विकास कर सकता है-डॉ चरनदास ढेंगरे
बालाघाट। दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया भारतीय बौद्धों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था पूरे भारत देश में बोधिसत्व डॉ.बाबासाहेब एवं महापुरुषों के संकल्पना ओ के भारत निर्माण के कड़ी में संस्था राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष/ट्रस्टी डॉ.भीमराव य.आंबेडकर साहेब के निर्देशानुसार सभी जगह शिविरों के आयोजन किए जा रहे हैं। इसी क्रम मे मप्र के बैतूल एवं मुलताई तहसिल मुख्यालय में शनिवार को अंधश्रद्धा निर्मूलन शिबिर एवं रविवार को व्यक्तित्व विकास प्रशिक्षण शिविर का आयोजन सम्पन्न हुआ। इस शिविर में पूज्य भंते दीपंकर जी इनकी विशेष उपस्थिति रही उन्होंने दोनों दिन सभी को त्रिशरण पंचशील ग्रहण कराया।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य प्रशिक्षक संस्था के राष्ट्रीय सचिव एवं मप्र के पालक मंत्री आद. बी.एच.गायकवाड गुरुजी मुम्बई थे। प्रमुख अतिथि एवं शिविर उद्घाटक संस्था के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. चरनदास ढेंगरे मप्र बालाघाट थे, प्रमुख अतिथि एवं प्रशिक्षक प्रदेश महामंत्री मेजर डॉ.उत्तम प्रधान मप्र इंदौर थे, विशेष अतिथियों में राजकपूर कामडे प्रदेश सचिव कार्य.मप्र बालाघाट,शंकरराव शेषकर प्रदेश सचिव एवं केंद्रीय शिक्षक मप्र बैतूल,जिला उपा.इंजी.प्रकाश ऊबनारे,नालंदा शेषकर, प्रमिला पाटील जिला सचिव, अध्यक्षता एड.नामदेव नागले जिलाध्यक्ष बैतूल द्वारा की गई थी। इस अवसर पर संस्था के मप्र राज्य शाखा के अध्यक्ष
डॉ. चरनदासजी ढेंगरे ने शिवीर के उद्घाटन करते हुए शिविर के महत्त्व को बताया तथा संस्था किस प्रकार शिविरों के आयोजन कर उद्देश्यों की पूर्ति करती है,आगे उन्होंने यह भी बताया कि अंधश्रद्धा मुक्त समाज ही अपना समग्र विकास कर सकता है।शिविर के मुख्य प्रशिक्षक संस्था के राष्ट्रीय सचिव बी एच गायकवाड गुरुजी ने दोनों दिन सभी विषयों पर सारगर्भित रूप से प्रशिक्षण देते हुए बताया कि व्यक्तित्व का विकास ही विकसित भारत का मूलभूत ढांचा है, क्योंकि प्रत्येक मनुष्य अपने व्यक्तित्व का विकास करेगा तो उसे सही गलत की पहचान होगी अपना जीवन सत्य के मार्ग पर चलकर मंगलमय करेगा।आगे उत्तम प्रधान सरचीटणीस मप्र राज्य शाखा द.इन्होने अंधश्रद्धा यह सामाजिक समस्या है इसके बारे मे मार्गदर्शन किया। बी एच गायकवाड ने अंधश्रद्धा निर्मूलन के प्रयोग करके दिखाये जैसे बाबा बुवा सामान्य लोगो को अंधश्रद्धा में फसाते है, इस कार्यक्रम के समापन में आद.राजकपुर कामडे-शकंरराव शेषकरजी राज्य शाखा के सचिव इन्होंने शुभकामनाएं दी। शिविरार्थियों ने अपने मनोगत देते हुए बताए कि संस्था के इस प्रकार के प्रशिक्षण शिविर निरंतर होने से बाबासाहेब का सम्यक संकल्प शीघ्र ही पूरा हो सकेगा और समाज शीलवान नीतीवान बनेगा।इस कार्यक्रम के अध्यक्ष बैतूल जिला शाखा के अध्यक्ष एड.नामदेव नागलेजी एवं उनकी पूरी टीम ने कार्यकम को सफल बनाने के लिए मेहनत की, जिसमें आद.तुलाराम चौकीवर . काशीनाथ वाघमारे.नालदांताई शेषकर.तोबुजी हुरमाडे के एल चौकीकर.प्रेमलाल आबुंलकर.वर्षाताई नागले.प्रमीला पाटील.प्रकाश उबनारे,डी पी चौकीकर.सहदेव पाटील.बी डी पाटील,एम एल पाटील आदि जिला शाखा के पदाधिकारी कार्यकर्ता ने कडी मेहनत करके सफल बनाया,उक्त जानकारी राजकपूर कामडे प्रदेश सचिव द्वारा दी गई।
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