प्लेटफार्म टिकट के दाम फिर हो गए 50 रुपये, जानें​ किस-किस स्टेशनों के लिए, दिवाली-छठ के त्योहार के बीच रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नहीं बढ़े, इसके लिए रेल प्रशासन ने एक कड़ा फैसला किया है

प्लेटफार्म टिकट के दाम फिर हो गए 50 रुपये, जानें​ किस-किस स्टेशनों के लिए, दिवाली-छठ के त्योहार के बीच रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नहीं बढ़े, इसके लिए रेल प्रशासन ने एक कड़ा फैसला किया है

मुंबई: दिवाली और छठ के त्योहार अपने घर मनाने के लिए लोग क्या नहीं करते। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासी जहां भी रह रहे हैं, इन दिनों वहां से अपने घर की यात्रा कर रहे हैं। इस वजह से रेलवे स्टेशनों पर भीड़ बढ़ रही है। दिक्कत तब होती है जबकि यात्रा करने वाले लोगों को छोड़ने के लिए ढेर सारे लोग रेलवे स्टेशन पर पहुंच जाते हैं। इसी प्रवृत्ति पर लगाम लगाने के लिए सेंट्रल रेलवे (Central Railway) के मुंबई डिवीजन ने कुछ स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट का दाम बढ़ा दिया है। अब इन स्टेशनों पर 50 रुपये में प्लेटफार्म टिकट मिलेगा।

अब 10 के बदले 50 रुपये का
मध्य रेलवे कुछ रेलवे स्टशनों पर प्लेटफार्म टिकट के दाम में बढ़ोतरी कर दी है। इनमें छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, दादर, थाणे, कल्याण, लोकमान्य तिलक टर्मिनस और पनवेल स्टेशन शामिल हैं। पहले इन स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट के रूप में 10 रुपये वसूला जाता था। अब इन स्टेशनों पर 50 रुपये में यह टिकट मिलेगा। यह फैसला बीते शुक्रवार से ही लागू हो गया है।

कब तक लागू रहेगा यह फैसला
सेंट्रल रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि दिवाली और छठ के मौसम में ढेर सारे लोग यात्रा कर रहे हैं। इन यात्रियों को छोड़ने के लिए भी काफी लोग स्टेशन पहुंच रहे हैं। इससे रेलवे स्टेशनों पर बेवजह भीड़ बढ़ रही है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ही प्लेटफार्म टिकट का दाम 10 रुपये से बढ़ा कर 50 रुपये किया गया है। यह फैसला अक्टूबर महीने के अंत तक लागू रहेगा। यह एक अस्थायी उपाय है।

पहले भी बढ़ाए गए थे दाम
कोरोनाकाल में रेलवे स्टेशनों पर भीड़ को कम करने के मकसद से देशभर में कई रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्ट टिकट (Platform Ticket) को बहुत महंगा कर दिया गया था। उस समय रेल प्रशासन की तरफ से कहा गया था कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों को रोकने और स्टेशनों पर भीड़ को कंट्रोल करने के लिए ऐसा किया गया है। कहीं इसका दाम 10 रुपये से बढ़ा कर 30 रुपये किया गया था तो कहीं 50 रुपये। बाद में स्थिति सामान्य हो जाने पर फिर से इसका दाम पूर्ववत कर दिया गया था।