निगम कमिश्नर इंद्रजीत बर्मन की कार्यप्रणाली से न सिर्फ आम जनता परेशान है बल्कि जनप्रतिनिधियों ने भी नाराजगी जताई है ....

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दक्षिणापथ। पहली बार मां बनने पर महिलाओं को कई बातों के बारे में पता नहीं होता है। जैसे कि उन्हें पता नहीं होता कि सर्दी के मौसम में शिशु को कैसे नहलाना चाहिए। पहली बार शिशु को नहलाने में हर मां को डर लगता है और अगर बात सर्दी की हो तो डर और बढ़ जाता है।
यहां हम आपको ठंड के मौसम में शिशु को नहलाने से पहले ध्यान रखने वाली कुछ बातों के बारे में बता रहे हैं।
क्या सर्दी में शिशु को रोज नहला सकते हैं
कुछ पैरेंट्स साफ सफाई की वजह से शिशु को रोज नहलाना पसंद करते हैं लेकिन ठंड में बच्चे को जल्दी-जल्दी नहलाने से उसके एलर्जी, जुकाम और बीमार पडऩे का खतरा रहता है।
नवजात शिशु की त्वचा बहुत नाजुक होती है, इसलिए गुनगुने पानी के बार बार संपर्क में आने और कुछ बेबी प्रोडक्ट्स की वजह से स्किन को नुकसान पहुंच सकता है और त्वचा रूखी हो सकती है या खुजली हो सकती है।
कब शुरू करें शिशु को नहलाना
जब तक कि नवजात शिशु की अम्बिलिकल कॉर्ड गिर न जाए तब तक उसे नहलाना नहीं चाहिए। अम्बिलिकल कॉर्ड के ठीक होने पर शिशु को तीन दिन में एक बार नहला सकते हैं। हालांकि, शिशु के मुंह, चेहरे और निजी अंगों को रोज साफ करना चाहिए।
ये गलती न करें
अगर बहुत ज्यादा ठंड का मौसम है तो शिशु को नहलाने के बाद गरमाई देने का इंतजाम जरूर रखें। दिन में धूप निकलने के बाद शिशु को नहलाना सही रहता है। शिशु की अच्छी नींद के लिए आप उसे रात को सोने से पहले भी नहला सकती हैं लेकिन ठंड में दोपहर के समय नहलाना ही सही होता है क्योंकि इस समय ठंड रात की तुलना में कम होती है।
ठंड में नहलाने का सही तरीका
बहुत ज्यादा ठंड होने पर बाथरूम में हीटर का इस्तेमाल करें ताकि शिशु को ठंड न लगे। बाथ टब को गुनगुने पानी से भर दें और शिशु को नहलाने से पहले एक बार चैक जरूर करें कि पानी ज्यादा गर्म तो नहीं है। पानी ठीक लगने के बाद ही शिशु को अब में बैठाएं।
शिशु के लिए बाथ टिप्स
टब में शिशु की छाती जितना पानी भरें, इससे ज्यादा पानी भरना बच्चे के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ठंड के मौसम में देर तक शिशु को पानी में न रखें और पैरों से नहलाना शुरू करें। बच्चे को पानी से निकालकर तौलिए में लपेट लें और जल्दी से उसका बदन पोंछ दें।
नहलाते समय अपने पास ही तौलिया रखें ताकि नहाने के बाद शिशु को इंतजार न करना पड़े। नहाने के बाद कपड़े पहनाने से पहले शिशु का शरीर अच्छी तरह से पोंछ लें।
नहलाने के बाद शिशु की त्वचा को मॉइस्चराइज करना जरूरी है। नहलाने के बाद डायपर रैश क्रीम लगाएं।