मुख्यमंत्री ने ’छत्तीसगढ़ी खान-पान एवं व्यंजन केन्द्र गढ़कलेवा’ पुस्तिका का किया विमोचन

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दक्षिणापथ। मूली तो आप सब जानते ही हैं सर्दियों में मूली को सलाद के रूप में खाया जाता है कुछ लोग इसकी सब्जी भी बना लेते हैं। मूली खाने में तीखी होती है लेकिन पोष्टिक तत्वों से भरी है। मूली केवल स्वाद बढाने के लिए नहीं है, बल्कि इसके चिकित्सकीय गुण इतने अधिक है, न केवल मूली बल्कि इसके पत्ते भी कफ, पित्त और वात तीनों दोषों को नाश करने में मदद करते हैं। मूली खाने में तीखी होती है लेकिन पोष्टिक तत्वों से भरी है। मूली खाने के बहुत सारे फायदे हैं। नियमित रूप से मूली खाने वाले व्यक्ति को कोई रोग नहीं होता। मूली को कच्चा खाना विशेष रूप से लाभ देता है। मूली पतली ली जानी चाहिए। ज्यादातर लोग मोटी मूली लेना पसंद करते हैं, क्योंकि वह खाने में मीठी लगती है परन्तु गुणों में पतली मूली अधिक श्रेष्ठ है। आइए जानते हैं इसके अनेक फायदे।
मूली खाने के फायदे:
-मूली की तासीर ठंडी होती है, लेकिन यह आपको सर्दी-जुकाम से लडऩे में मदद कर सकती है। मूली खाने से जुकाम से बचे रह सकते हैं। इसलिए इस मौसम में अपने इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रॉन्ग करने के लिए खाने में मूली को शामिल जरूर करें।
-मूली आपकी भूख को बढ़ाती है और आपके पाचन तंत्र को बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करती है। गैस की परेशानी में खाली पेट मूली के टुकड़ों का सेवन फायदेमंद होता है।
-मूली उच्च रक्तचाप को भी नियंत्रण में रखने का काम करता है। मूली में पोटैशियम होता है जो खाने में सोडियम की अधिक मात्रा को नियंत्रित करके शरीर को उच्च रक्तचाप के खतरे से बचाता है।
-पीलिया आदि होने पर जोकि सामान्यत: लीवर के खराब होने से होता है। मूली का सेवन विशेष लाभ देता है।
-मूली शरीर से कार्बन डाई ऑक्साइड निकालकर ऑक्सीजन प्रदान करती है।
-थकान मिटाने और अच्छी नींद लाने में मूली का विशेष योदान होता है।
-यदि सूखी मूली का काढा बनाकर जीरे और नमक के साथ उसका सेवन किया जाए, तो न केवल खांसी बल्कि दमे के रोग में भी लाभ होता है।