Bharat Bandh : पश्चिम बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने कई जगह ट्रेनें रोकीं

Bharat Bandh : पश्चिम बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने कई जगह ट्रेनें रोकीं

15 वर्ष पूर्व डपिंग यार्ड ( ट्रेचिंग ग्राउण्ड) के कचरे से खाद बनना हुआ प्रारंभ
दक्षिणापथ, दुर्ग ।
नगर पालिक निगम आयुक्त हरेश मण्डावी के निर्देशन में ''स्वच्छता सुंदरम अभियान'' के तहत् गीला एवं सूखा कचरों को अलग-अलग एकत्रीकरण तथा बरसो पुराने ट्रेचिंग ग्राउण्ड से स्वयं के मेन पावर लगाकर कचरे से खाद बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ किया जा चुका है। नगर निगम द्वारा स्वच्छता के तीन सूत्र रियूज, रिसाईकल एवं रिड्यूस का बखुबी से पालन करने का लक्ष्य है।
कचरा से खाद बनाने का पहला कदम
नगर निगम ने ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में कचरे के निपटान हेतु निविदा निकाला था, पंरतु कोई सफल निविदाकार न मिलने पर स्वयं ही निगम के कर्मियों से खाद बनाकर कचरा का निपटान शुरू कर दिया है। 2018 में लगाई गई खाद छानने की मशीन से पहली बार 300 क्विंटल खाद निकाला जा चुका है तथा लगातार इसकी प्रक्रिया जारी है।

सूखा से ज्यादा गीला कचरा पहॅुच रहा ट्रेचिंग ग्राउण्ड
पूर्व में ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में अधिक मात्रा में गीला के साथ-साथ सूखा और प्लास्टिक कचरा भेजा जाता था। वर्तमान में ट्रेचिंग ग्राउण्ड सूखे कचरे डम्प में कमी आई है और कम्पोस्ट पीट एवं मशीन द्वारा खाद का निर्माण किया जा रहा है।
वार्डो से ही गीला सूखा कचरा पृथक देने मे जनता कर रही सहयोग
प्रत्येक वार्ड के 04-05 रिक्शा और ई-रिक्शा डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन कर रहे है। जिसमें मिक्स कचरा देने से सेंटर में पृथकीकरण न होने से पूरा का पूरा ट्रेंचिंग ग्राउण्ड भेजा जा रहा था। वर्तमान में डोर लेवल से ही यह कार्य हो जाने से सूखा कचरा बेचकर स्वच्छता दीदीयॉ अपनी आमदनी भी बढ़ा रही है तथा ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में कचरा कम जा रहा है।