वैश्यवर्ल्ड फाउंडेशन भूमि पूजन के दिन दीपावली मनाने वाले वैश्य बंधुओं को करेगा सम्मानित 

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दक्षिणापथ। वॉल सिट एक्सरसाइज दीवार के सहारे बैठकर की जाती है और यह जांघों, कूल्हों, पिंडलियों, मांसपेशियों और पेट के लिए बहुत ही लाभदायक मानी जाती है। इसके अलावा यह एक्सरसाइज पैरों की दर्द सहने की क्षमता को बढ़ाकर उन्हें मजबूती के साथ-साथ अच्छा आकार देने में भी मदद करती है। आइए आज आपको यह एक्सरसाइज करने का सही तरीका, इसके फायदे और इससे जुड़ी कुछ सावधानियां और महत्वपूर्ण टिप्स बताते हैं।
वॉल सिट एक्सरसाइज करने का तरीका
सबसे पहले एक चिकनी दीवार से पीठ के सहारे सटकर सीधे खड़े हो जाएं। अब अपने दोनों पैरों को दीवार से लगभग 1.5 फुट की दूरी पर रखें और दोनों हाथों को सामने की ओर सीधा कर लें। इसके बाद धीर-धीरे अपने पैरों को घुटनों से मोड़कर अपने कूल्हों को थोड़ा नीचे की ओर लाएं। इस स्थिति में आप एक कुर्सी पर बैठे हुए दिखाई देंगे। 20 से 30 सेकेंड इस स्थिति में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
सावधानियां
एक्सरसाइज करते समय जरूर बरतें ये सावधानियां
अगर आप अर्थराइटिस से ग्रस्त हैं या फिर आपके किसी पैर में मोच आई है तो इस एक्सरसाइज को न करें। अगर आपके कंधों में चोट लगी हो या दर्द हो, तब भी इस एक्सरसाइज को न करें। मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को इस एक्सरसाइज का अभ्यास नहीं करना चाहिए। घुटनों के पुराने दर्द से पीडि़त व्यक्तियों को वॉल सिट एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। अगर पेट में किसी तरह की तकलीफ है तो भी वॉल सिट एक्सरसाइज न करें।
फायदे
वॉल सिट एक्सरसाइज के नियमित अभ्यास से मिलने वाले फायदे

वॉल सिट एक्सरसाइज थाईज के पीछे वाली मांसपेशियों यानि हैमस्ट्रिंग के लिए बहुत ही लाभदायक होती है। यह एक्सरसाइज मोटापे से छुटकारा दिलाने में भी सहायक है। शरीर के संतुलन को बेहतर बनाने में भी यह एक्सरसाइज काफी मदद कर सकती है। इस एक्सरसाइज से पीठ की कई तकलीफों को ठीक किया जा सकता है। रोजाना इस एक्सरसाइज को करने से कूल्हों का लचीलापन बढ़ता है। यह एक्सरसाइज पैरों और कूल्हों की मजबूती के लिए भी काफी अच्छी होती है।
टिप्स
एक्सरसाइज से जुड़ी खास टिप्स

यह एक्सरसाइज करते समय अपनी पीठ को न मोड़ें और इसे एकदम सीधा रखें। इसी तरह अपने सिर, कंधे, पीठ और कूल्हों पर अधिक दबाव न डालें। शुरूआत में इस एक्सरसाइज का अभ्यास अधिक समय तक न करें और धीरे-धीरे अपना समय बढ़ाएं। अगर आप इस एक्सरसाइज का अभ्यास पहली बार करने जा रहे हैं तो किसी विशेषज्ञ की निगरानी में करें। अभ्यास के दौरान पैरों या पीठ में दर्द होने लगे तो इस एक्सरसाइज को तुरंत छोड़ दें।