महारानी अस्पताल के प्रति बस्तर के लोगों की भावनात्मक लगाव- मुख्यमंत्री बघेल

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दक्षिणापथ।आमतौर पर डॉक्टर्स हर व्यक्ति को पौष्टिक आहार लेने की सलाह देते हैं। लेकिन जब बात हो गर्भावस्था की तो गर्भावस्था आहार में ऐसी चीजों को शामिल किया जाना चाहिए जिसमें पोषक तत्वों की भरमार हो। इतना ही नहीं गर्भावस्था आहार में विटामिन, कैल्शियम, प्रोटीन, कैलोरी की मात्रा भी भरपूर मिली होनी चाहिए। आइए जानें गर्भावस्था आहार में किन-किन चीजों को शामिल किया जा सकता है।
पानी और ताजे फलों का रस - गर्भवती महिला को अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए। ताजा खाने के साथ-साथ ताजे फल, ताजा जूस और उबला हुआ दूध और उससे बने पदार्थों का ही सेवन करना चाहिए।
विटामिन से भरपूर - गर्भावस्था में आवश्यक विटामिन खासकर विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थों का गर्भावस्था के दौरान भरपूर सेवन किया जाना चाहिए। यानी गर्भवती महिला को प्रतिदिन खनिज, कैल्शियम और विटामिन की सही मात्रा अपने खाने में शामिल करनी चाहिए। इतना ही नहीं फोलिड एसिड भी बच्चे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
आयरन युक्त आहार - लौह युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन भी गर्भावस्था के दौरान बहुत जरूरी है। ये न सिर्फ खून की कमी को दूर करता है बल्कि हड्डियों को भी मजबूत करता है।
वसायुक्त आहार - गर्भावस्था में ऐसा भोजन करना चाहिए जो शरीर में वसा कोशिका को न बनने दे यानी मोटापा कम बढ़े। उबला हुआ भोजन खाना गर्भावस्था के समय सबसे बढिय़ा है। जंकफूड को बिल्कुल नजरअंदाज करना चाहिए।
फोर्टिफायड फूड - गर्भावस्था आहार में कम से कम नमक का इस्तेमाल करते हुए फोर्टिफायड फूड लेना चाहिए। गर्भवती महिला को गेहूं, ओट मिल और अनाज की ब्रेड का ही सेवन करना चाहिए।
अन्य आहार - साथ ही कुछ चीजें जैसे मांस, अंडा, मछली, नट्स, दूध, दही और पनीर, पालक, गाजर, आलू, मक्का, मटर, संतरे, अंगूर, तरबूज और जामुन, ब्रेड, अनाज, चावल का सेवन गर्भावस्था के दौरान अवश्य ही करना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर के कुछ उपयोगी टिप्स जरूर ध्यान में रखने चाहिए। साथ ही डॉक्टर की सलाहानुसार अपने खान-पान में बदलाव करना चाहिए।