BJP को सताया हॉर्स ट्रेडिंग का डर, 29 पार्षदों को टूर पर भेजने की तैयारी!

BJP को सताया हॉर्स ट्रेडिंग का डर, 29 पार्षदों को टूर पर भेजने की तैयारी!
एकम फाऊंडेशन के द्वारा एनएचएम के अंतर्गत लगभग 7 वर्षों से पदस्थ 800 स्टाफ नर्सों को अन्याय पूर्ण तरीके से नौकरी से बाहर करने के आदेशों का स्वास्थ्य एवं विदेशी कर्मचारी संघ के द्वारा घोर विरोध
छत्तीसगढ़ प्रदेश में 2017 से लगभग 800 स्टाफ नर्सेज कार्यरत हैं जो लगातार छोटे बच्चों के इलाज में एवं जनरल इलाज किया। सबसे महत्वपूर्ण करुणा संकटकाल में मानव दूत के रूप में कार्य इन्होंने किया और खुद भी संक्रमित हो गई। कोविड-19 से उसके बावजूद भी अपने दायित्वों को नहीं भूला लगातार सेवा करते रहे और इनका वेतन एनएचएम के अंतर्गत आहरण होता रहा। आज इनको आदेश मिला के आप लोगों को मई माह से बैठा दिया जाएगा। आपकी सेवाएं समाप्त की जाएगी। [video width="640" height="352" mp4="https://dakshinapath.com/wp-contentuploads/2022/04/rao.mp4"][/video] दुर्ग जिले में 36 स्टाफ नर्स हैं जिनको इस सेवा से पृथक किया जाएगा। इन सभी लोगों ने एवं संभाग के स्टाफ नर्सों ने स्वास्थ्य बहुदेशीय कर्मचारी संघ को अवगत कराया। अपने तकलीफों को तब संघ के कार्यकारी प्रांत अध्यक्ष वी एस राव ने स्वास्थ्य सचिव एनएचएम सचिव को पत्र जारी कर अनुरोध किया कि जो नए 800 स्टाफ नर्सों की भर्ती का विज्ञापन जारी किया है उसे तत्काल रॉक कर जो पूर्व से 800 स्टाफ नर्सेज विगत 7 वर्षों से कार्य कर रही हैं। जो संपूर्ण रूप से हर कार्य में निपुण है उन्हें ही इन 800 पदों पर समायोजित करने का कष्ट करें परंतु शासन के तरफ से कोई भी मानवीय दृष्टिकोण से किसी भी अधिकारी ने पहल नहीं किया। तब जाकर समस्त स्टाफ नर्सेज हाईकोर्ट के शरण में जाना प्रारंभ कर दिया है। जिसकी समस्त जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी। संघ अभी भी एनएचएम के संचालक महोदय डॉ प्रियंका शुक्ला से अनुरोध करता है कि तत्काल इन 800 स्टाफ नर्सेज को नौकरी से ना निकालकर एनएचएम में मर्ज करने का कष्ट करें एवं और जरूरत पडऩे पर नए स्टाफ नर्सों की भर्ती का विज्ञापन जारी करने का कष्ट करें पुराने स्टाफ नर्स के पेट पर लात ना मारे। कोरोना संकटकाल में इन्हीं 800 स्टाफ नर्सेज में छत्तीसगढ़ वासियों को मौत के मुंह में जाने से बचाया। इस मानवीय दृष्टिकोण को देखते हुए तत्काल सभी स्टाफ नर्स को निश्चय में समायोजन करने का आगरा वीएस राव ने किया।