टायलेट पेपर और हैंड सेनिटाइजर की तरह अब साइकिल खरीद रहे लोग, सरकार की तरफ से मिल रहा प्रोत्साहन पैकेज

टायलेट पेपर और हैंड सेनिटाइजर की तरह अब साइकिल खरीद रहे लोग, सरकार की तरफ से मिल रहा प्रोत्साहन पैकेज
दक्षिणापथ , ननकटठी। जिलाधीश व जिला शिक्षाधिकारी ने छत्तीसगढ़ की प्रथम स्मार्ट क्लास सह ई लाइब्रेरी युक्त प्राथमिक शाला व लगातार पांच वर्षों से प्रतिमाह प्रत्येक शिक्षक द्वारा मासिक अंशदान देकर शाला का सर्वांगीण विकास हेतु छत्तीसगढ़ की प्रथम शिक्षक बैंक के संचालन कर्ता शिक्षक के कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की। मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण पुरस्कार 2020 में शिक्षादूत के रूप में शासकीय प्राथमिक शाला बोड़ेगांव के शिक्षक अश्वनी देवांगन किये गये सम्मानित। मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण के पुरस्कार के अंतर्गत शिक्षा दूत के रूप में अश्वनी कुमार देवांगन सहायक शिक्षक , शासकीय प्राथमिक शाला बोड़ेगाव संकुल जेवरा सिरसा विकास खंड दुर्ग को सम्मानित किया गया।सम्मानित करते समय कलेक्ट्रेट सभागृह में ज़िलाधीश को शिक्षक की अभूतपूर्व उपलब्धियों के बारे में अवगत कराया गया कि संबंधित शिक्षक सन 2005 से शाला में पदस्थ है । इन्होंने पदस्थापना से ही शाला के सर्वांगीण विकास के लिए विभिन्न स्तरों पर अनेकों प्रयास किये।शिक्षक अश्वनी कुमार देवांगन के द्वारा शाला में सभी शिक्षकों द्वारा लगातार पांच वर्षों से संचालित छत्तीसगढ़ की प्रथम शिक्षक बैंक की स्थापना की और सभी शिक्षकों से अंशदान लेकर इस राशि का उपयोग करके शाला में आकर्षक व शिक्षाप्रद वाल पेंटिंग व शाला की सभी दीवारों और पिल्हर्स पर हिन्दी, अंग्रेजी, पर्यावरण, बालिका शिक्षा, दिव्यांग शिक्षा, छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थल , छत्तीसगढ़ के महापुरुषों का चित्र बनवाकर प्रांगण को शिक्षाप्रद बनाया गया।   जिससे बच्चों को लाभ मिल रहा है। साथ ही साथ कक्षा सजावट,आकर्षक व शिक्षाप्रद शाला परिसर व सुव्यवस्थित गार्डन में गणितीय आकृतियों का निर्माण भी करवाया। शाला में रोजाना 1 घंटे नवोदय विद्यालय की लगातार कोचिंग के फलस्वरूप दो छात्रों का नवोदय में चयन हुआ। बच्चों को डिजिटल तकनीक से शिक्षा देने हेतु शाला में छत्तीसगढ़ की प्रथम प्राथमिक शाला वाले स्मार्ट क्लास सह ई लाइब्रेरी कक्ष की स्थापना कर बच्चों को ऑडियो विजुअल तकनीक से पढ़ाई करवा रहे हैं। शिक्षण को रोचक और सहज बनाने हेतु शून्य निवेश नवाचार से विभिन्न चित्र चार्ट एवं माडलों का निर्माण किया। कोविड 19 के महामारी के दौरान भी बच्चों को पढ़ाने हेतु विकास खंड स्तर पर आनलाइन क्लास और मोहल्ला क्लास ले रहे हैं।शाला की कमियों को दूर करने हेतु पालकों, ग्राम पंचायत, शाला प्रबंधन समिति, उद्योगपतियों से शाला की छुट्टी के बाद जाकर संपर्क करने से शाला में वाटर कूलर, प्यूरीफायर,फैन, आकर्षक फर्नीचर, स्मार्ट टीवी, होम थियेटर सहित और भी कई वस्तुएं दान में मिली। शाला की सुविधाओं और बेहतर शैक्षणिक वातावरण को देखते हुए बड़ी संख्या में बच्चे अब प्राइवेट स्कूलों को छोड़कर शाला में प्रवेश ले रहे हैं। कलेक्ट्रेट सभागृह में दुर्ग जिले के ज़िलाधीश डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे,दुर्ग जिला शिक्षाधिकारी प्रवास बघेल, सहायक संचालक दुर्ग अमित घोष,सहायक संचालक श्रीमती पुष्पा पुरुषोत्तमन ने शिक्षक की अभूतपूर्व उपलब्धियों के बारे में सुनकर उनकी सराहना कर उज्ज्वल भविष्य की कामना की।साथ ही विकासखंड शिक्षा अधिकारी के वी राव,दुर्ग डी एम सी सुरेंद्र पांडे,ए बी ई ओ नीलम राजपूत,राजेश्वरी चंद्राकर,संध्या ढीढी,दुर्ग ग्रामीण विकासखंड स्त्रोत समन्यवयक गोविंद साव व जेवरा सिरसा संकुल के समन्यवयक जयंत यादव संकुल प्रभारी पी एल नेताम , लोकेश सिंह राजपूत,ने भी शुभकामनाएं प्रेषित की।