गुरु तुझे सलाम अहा एक यादगार लम्हें

गुरु तुझे सलाम अहा एक यादगार लम्हें

दक्षिणापथ। पानी न केवल आपके शरीर के सभी अंगों को सही प्रकार कार्य करने में मदद करता है, बल्कि साथ ही साथ यह आपकी त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है।
हाईड्रेशन
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। इससे पाचन क्रिया अच्छी रहती है, संचार सुचारू रहता है और अन्य कई स्वास्थ्य परेशानियों से भी हमारा बचाव होता है। लेकिन, क्या आप इस बात से वाकिफ हैं कि पानी हमारी त्वचा के लिए भी जरूरी होता है। आपके लिए इससे जुड़े कुछ सवालों के जवाब लेकर आए हैं। हम आपको बताऐंगे कि कैसे अपने शरीर में पर्याप्त मात्रा में पानी रखा जाए, ताकि त्वचा सुंदर और स्वस्थ बनी रहे।
सारा दिन कम होता है पानी
हमें दिन भर नियमित अंतराल पर पानी पीते रहना चाहिए। आखिर हमारे शरीर से लगातार पानी कम होता रहता है। यहां एक बात जानना और जरूरी है कि हम जो भी पानी पीते हैं वह त्वचा तक पहुंचने से पहले हमारे शरीर के अन्य अंगों तक पहुंच जाता है। तो, ऐसे में त्वचा का बाहर से खयाल रखना भी जरूरी होता है।
डिहाइड्रेशन है खतरनाक
अगर त्वचा में पानी की अधिक कमी हो जाए, तो इससे वह रूखी, सख्त और पपड़ीदार हो जाती है। रूखी त्वचा पर झुर्रियां और अन्य प्रकार के नुकसान होने की आशंका अधिक होती है। तो, अपनी त्वचा को किसी प्रकार के नुकसान से बचाने के लिए जरूरी है कि आप पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
त्वचा को भी चाहिए पानी
शरीर के अन्य अंगों की तरह हमारी त्वचा को भी पानी की जरूरत होती है। हमारी त्वचा पानी से बनी कोशिकाओं से निर्मित होती है। शरीर के अन्य अंगों की तरह, हमारी त्वचा को भी सही प्रकार से काम करने के लिए पानी की जरूरत होती है।
मॉश्चराइजर
अपनी त्वचा में नमी का जरूरी स्तर बनाए रखने के लिए जरूरी है कि रोज रात को मॉश्चराइजर लगाकर सोएं। इससे आपकी त्वचा को अच्छा पोषण मिलेगा। केमिकल उत्पादों के उपयोग से बचें। स्वस्थ त्वचा के लिए कुदरती उत्पादों का उपयोग करना बेहतर रहेगा।
एक्सफोइलेट और हाइड्रेट
आपको अपनी त्वचा को सिर्फ हाइड्रेट करने की ही जरूरत नहीं होती, बल्कि उसका रुखापन भी दूर करने की जरूरत होती है। साथ ही साथ आपको मृत कोशिकाओं को हटाना भी होता है। आप अपनी त्वचा पर मॉश्चराइजर लगाकर इस समस्या से निजात पा सकते हैं। इससे आपकी त्वचा का रूखापन और क्रेक कम हो सकते हैं। अपनी त्वचा को स्वस्थ बनाये रखने के लिए इस क्रिया को नियमित रूप से दोहराया जाना जरूरी है।