मेसी बार्सिलोना टीम के साथ ट्रेनिंग पर लौटे

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दक्षिणापथ, दुर्ग। राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडेय ने यह जानकारी दी कि उन्होंने अपने सांसद निधि से दुर्ग शहर के शिवनाथ नदी के पास स्थित शमशान घाट के कायाकल्प के लिए 1 करोड़ की राशि जारी की है। इस संबंध में उन्होने शिवनाथ नदी मार्गी संघ के पदाधिकारियों से भी बैठक की और उनसे शमशान घाट में किए जाने वाले उन्नयन और विकास के कार्यों पर चर्चा किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि शिवनाथ नदी के पास स्थित शमशान घाट इस शहर का सबसे पुराना और महत्वपूर्ण शमशान घाट है जिसमे न सिर्फ दुर्ग से बल्कि भिलाई एवं अन्य क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए आते हैं लेकिन वर्तमान में यह शमशान घाट अत्यंत जर्जर अवस्था में है। साथ ही एजनता के लिए मूलभूत सुविधाओ का भी अभाव है। इन्ही सब चीज़ों को ध्यान में रखते हुए वहां के उन्नयन की योजना बनाई गई हैं। मुक्तिधाम में शवदाह के लिए एक नए शेड का निर्माण किया जाएगा जिसमे एक साथ 10 शवों के शवदाह की व्यवस्था होगी। शेड के पास जूते चप्पल रखने स्टैंड भी बनाया जायेगा। साथ ही पैरों को शीतलता प्रदान करने के लिए बहते पानी की भी व्यवस्था होगी।
शेड के पास ही अंतिम संस्कार के क्रियाओं के लिए स्नान हेतु व्यवस्था की जाएगी जिसमे ठण्ड और गर्मी के हिसाब से स्नान की व्यवस्था रहेगी, ठण्ड में वहां गरम पानी भी उपलब्ध रहेगा जिससे परिजनों को कोई तकलीफ न हो। उसके पास ही अन्य क्रियाओं जैसे की बाल उतरवाना आदि का स्थान भी नियत किया जायेगा और उसे सुविधापूर्ण बनाया जाएगा। शोकसभा के लिए एक अष्टकोणीय हाल का निर्माण किया जाएगा जिसमे बैठने की भी व्यवस्था रहेगी। इस हाल में मिस्टिक फाउंटेन लगाया जायेगा जो इसे शीतल रखेगा। मुक्तिधाम के वर्तमान द्वार से प्रस्तावित शेड तक पाथवे बनाया जाएगा जिसके दोनों तरफ फव्वारों का निर्माण किया जाएगा जो शेड के लिए जाते वक्त शीतलता प्रदान करेंगे साथ ही खाली जगहों पर सुरम्य उद्यान विकसित किये जाएंगे जो मृतक के परिजनों आदि को आत्मिक शांति का अनुभव कराएंगे।
शवदाह के पश्चात अस्थि रखने हेतु वर्तमान में मुक्तिधाम में कोई व्यवस्था नहीं हैं। इस हेतु एक कार्यालय का निर्माण किया जाएगा जिसमे लाकर की सुविधा उपलब्ध होगी। परिजनों को लाकर प्रदान किया जाएगा जिसमे वह अस्थिया ससम्मान रख सके। साथ ही, मुक्तिधाम में आवश्यक सेवाओं को प्रदान करने के लिए द्वार के समीप 4 दुकानों का निर्माण किया जाएगा जिसमे अंतिम संस्कार के सामान, शवदाह हेतु गोबर की सिल्ली, चाय पानी आदि की व्यवस्था रहेगी। शौचालयों की व्यवस्था पृथक से की जाएगी जिससे परिजनों को तकलीफ न हो। सुश्री सरोज पांडेय ने कहा कि उनका हमेशा से यही प्रयास रहा है कि आम जनता को वह सब सुविधा प्राप्त हो जिसकी उन्हें आवश्यकता है। मुक्तिधाम भी ऐसी एक जगह जिसके बारे में ज्यादा लोग विचार नहीं करते हैं लेकिन फिर भी वहां पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का मेरा एक प्रयास है।