फ्रांस ने जला दिए 160 करोड़ मास्क, पीपीई किट की कमी से गई सैकड़ों डॉक्टरों की जान

फ्रांस ने जला दिए 160 करोड़ मास्क, पीपीई किट की कमी से गई सैकड़ों डॉक्टरों की जान

दक्षिणापथ, दुर्ग । छत्तीसगढ़ मूर्तिकार चित्रकार संघ ने वर्तमान गाइडलाइन का विरोध जताया है। संघ परिवार का कहना है कि जो नियम गणेश जी दुर्गा जी के पंडालो के लिए लगाए गए हैं क्या वही नियम सभी शराब दुकानों के लिए भी है? जब से लॉक डॉउन खुला है तब से लेकर अभी तक शराब दुकानों में भीड़ उमड़ी पड़ी हैं । मार्कट पूरी तरह से खुले हैं, अब तो स्कूल सिनेमाघरों, जिम ,मॉल को छूट मिल गयी हैं तो मूर्ति पूजा में प्रतिबंध कैसा ? इससे सभी कलाकार भाइयो के पेट में लात मारकर सरकार क्या जताना चाहती हैं। प्रदेश अध्यक्ष देवानन्द साहू ने कहा कि हर कलाकार परिवार इस सरकार को अंतरात्मा से बद्दुआएं देकर कहते है कि मारने है तो पीठ पर मारो, पेट में में मत मारो ! ऊपर वाले कि लाठी में आवाज़ नही होती,
देवी देवताओं का निरादर करने से क्या होता हैं सबको पता है। क्या सरकार मुसलमानो को ही साथ देगी, अभी बकरीद में सभी मस्जिदों में भीड़ भाड़ के साथ नमाज अदा की गई तब कोरोना की धज्जियाँ नही उड़ी? इस गाइडलाइन का संघ परिवार के प्रदेश अध्यक्ष देवानंद साहू, उपाध्यक्ष दीपक यादव, सचिव विपिन भगत, कोषाध्यक्ष बाबा सिंहा, सहसचिव शेखर विश्वकर्मा एव सभी जिला तथा ब्लॉक अध्यक्ष व सदस्यों ने खुलकर विरोध किया हैं और कहा है कि सरकार कलाकारों भला नहीं कर सकते तो हर परिवार के लिए भोजन नही जहर की पुड़िया बाट दे ! क्योकि हर कलाकार मेहनत की ही रोटी खाने में विश्वास रखता है। अगर गाइडलाइन को कलाकारों के हित में संशोधन नही किया गया तो कलाकारों का आत्मदाह करना निश्चित है। इसमें पूरी जवाबदारी सरकार की होगी।