बेयर कॉर्पसाइंस को मार्च तिमाही में 31.5 करोड़ मुनाफा

बेयर कॉर्पसाइंस को मार्च तिमाही में 31.5 करोड़ मुनाफा
दक्षिणापथ, रामानुजगंज(विकाश कुमार केशरी)। लोक निर्माण विभाग संभाग रामानुजगंज एक बार फिर निविदा प्रक्रिया को लेकर विवादों मे घिर गया। ठेकेदारों ने साढ़े तीन करोड़ रुपए से अधिक के कार्य में फिर से एक बार शासन को चुना लगाए जाने की उद्देश्य से टेंडर फार्म जमा करने के अंतिम दिन तक मैनेज करने के लिए जमा करने के समय से मात्र 2 घंटे पहले ठेकेदारों को निविदा प्रपत्र दी गई जिसको लेकर ठेकेदारों में आक्रोश भी पनपा और कार्यालय के प्रति क्रियाकलापों को लेकर जमकर अपना भड़ास भी निकाला। लोक निर्माण विभाग के कार्यालय में ऐसी गहमागहमी निर्मित हो गई थी कि पुलिस बुलाने की आवश्यकता पड़ गई थी। 14 सितंबर के शाम 5.30 बजे तक ठेकेदारों के द्वारा भरे गए निविदा प्रपत्र पहुंच जाना था। जो फ ार्म ठेकेदारों को 4 दिन पूर्व मिल जाना चाहिए था वह भरने के महज 2 घंटे पूर्व आज 3 बजे फ ार्म दिया गया जिससे विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठ रहे हैं। गौरतलब है कि कार्यालय कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग संभाग रामानुजगंज के द्वारा निविदा आमंत्रण सूचना क्रमांक 2082/ एनआईटी -3/2020-21 के तहत 22 अगस्त 2020 को निविदा निकाला गया था जिसमें निविदा प्रपत्र क्रय करने हेतु आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 8 सितंबर 2020 अपराहन 5:30 बजे तक निर्धारित किया गया था वही ठेकेदार द्वारा प्रस्तुत निविदाएं प्राप्त करने की अंतिम तिथि 14 मई 2020 अपराहन 5:30 बजे तक निर्धारित था वही निविदा खुलने की तिथि 15 सितंबर 2020 पूर्वाहन 11:30 बजे है। ठेकेदारों के द्वारा निविदा प्रपत्र क्रय करने हेतु आवेदन 8 सितंबर को प्रस्तुत किया गया था। अंबिकापुर, सूरजपुर ,वाड्रफनगर,  राजपुर ,कुसमी, बलरामपुर ,रामानुजगंज  से आए ठेकेदारों ने कहा कि विभाग के द्वारा 17 कार्यों के ग्रुप नंबर के तहत मुख्यमंत्री शुभम सड़क योजना अंतर्गत शासकीय हाई स्कूल भवन, यूपीएस भवन, प्री मैट्रिक बालक छात्रावास भवन में जाने हेतु सीसी रोड के निर्माण करने हेतु निविदा निकाली गई थी। जिसमें हम सभी 71 ठेकेदारों ने आवेदन देकर नियम के साथ टेंडर फार्म की राशि भी दिया था ताकि समय पर हम सभी को टेंडर फार्म मिल सके और टेंडर भर सके। ठेकेदारों ने बताया कि हम लोगों के द्वारा आवेदन जमा करने के पश्चात  टेंडर फार्म  खरीदी करने की राशि भी जमा कर दी गई थी जिसकी  मुझे आज तक इनके लापरवाही के कारण एमआर भी नहीं मिल पाया है ।वही ठेकेदारों को 9 सितंबर को फार्म मिल जाना चाहिए था परंतु 9 सितंबर को ठेकेदारों को फार्म नहीं दिया गया वहीं आज अंतिम तिथि के दिन अपराहन 5:30 बजे तक जमा करना था वही जमा करने के मात्र 2 घंटे पूर्व फार्म दिया गया जिससे विभाग के कार्यशैली पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं इसके पूर्व भी विभाग पर ठेकेदारों के द्वारा निविदा प्रक्रिया में गंभीर अनियमितता बरतने के आरोप लगाए थे।। टेंडर फार्म जमा करने के 2 घंटे पूर्व क्यों दिया गया निविदा फार्म- लोक निर्माण विभाग को टेंडर फार्म जो 4 दिन पूर्व दे देना चाहिए था उसे फार्म जमा करने के अंतिम समय के महज 2घंटे पूर्व क्यों दिया गया विभाग के द्वारा निश्चित रूप से एक बार पुन: निविदा प्रक्रिया में मैनेज करने की तैयारी निश्चित रूप से योजना थी। जिससे शासन को लाखों रुपए की क्षति पहुंच सकती थी क्योंकि जब यह टेंडर मैनेज होता तो सीएसआर दर से काफी अधिक होती जिससे टेंडर मैनेज करने और वर्क आर्डर देने में अधिकारियों को कमीशन खोरी की आसानी भी होती । पूर्व में टेंडर प्रक्रिया को लेकर उठे थे सवाल की गई थी निरस्त टेंडर को लेकर स्थानीय लोक निर्माण विभाग संघ संभाग रामानुजगंज हमेशा सुर्खियों में रहा है यदि इनकी लापरवाही की बात करें तो कुछ माह पूर्व कुछ चहेतों ठेकेदारों को कार्य देकर कार्य आदेश दी गई थी , विभाग के द्वारा निविदा आमंत्रण के प्रक्रिया के दौरान गंभीर अनियमितता का आरोप ठेकेदारों के द्वारा लगाया गया था ठेकेदारों के द्वारा  कलेक्टर श्याम धावडे से शिकायत की गई थी जिसके पश्चात कलक्टर के निर्देश के बाद अपर कलेक्टर के द्वारा जांच भी की गई थी और अंबिकापुर स्टेट अधीक्षण अभियंता के द्वारा टेंडर को निरस्त भी कर दी गई थी परंतु इस बीच लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरोध किसी भी तरह के कोई कार्यवाही नहीं की गई जो उनके मनोबल बढ़े हुए हैं। उच्च अधिकारियों के आदेश फाइलों में हो जाते हैं कैद पूर्व में निविदा प्रक्रिया को लेकर गम्भीर अनियमितता की शिकायत होने के बाद जांच की गई एवं जांच  सही भी पाया गया परंतु कार्यवाही सिर्फ फाइलों में कैद होकर रह गया। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग संभाग रामानुजगंज के कार्यपालन अभियंता एन एक्का के मोबाइल पर कई बार फोन किया गया परंतु उनके द्वारा मोबाइल रिसीव नहीं किया गया। इस संबंध में अधीक्षण अभियंता समय लाल ने कहा कि पूर्व में भी इनके द्वारा टेंडर नियमों को दरकिनार करते हुए घोर लापरवाही की गई थी जिसको लेकर मेरे द्वारा निरस्त की गई थी यदि पुन: इनके द्वारा कोई लापरवाही की गई है तो यदि ठेकेदार आवेदन देते हैं तो जांच कर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।