पर्यावरण को बचाने के उत्साह में सुप्रीम कोर्ट अपने रास्ते से भटक गया - मुकुल रोहतगी

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भखारा. नगर पंचायत भखारा में तहसीलदार तथा पटवारी की मिलीभगत से कृषि भूमि में अवैध प्लाटिंग किया जा रहा है। भोले-भाले किसानों को पैसे का लालच देकर उनके द्वारा ही टुकड़ों में रजिस्ट्री लेआउट के आधार पर करा दी जाती है। लोकल दलालों के द्वारा किसानों को बहला-फुसलाकर नगर निवेश में अनुमोदन किए बगैर कृषि भूमि को 50 टुकड़ों में रजिस्ट्री करा दी जा रही है। पटवारी को मोटी रकम का लालच देकर छोटे टुकड़ों में रजिस्ट्री का पेपर बनवाकर रजिस्ट्री करवा दी जा रही है। भविष्य में ऐसे प्लाटो में रास्ता, बिजली, पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल सकती हैं। यहां विकास कार्य प्रशासन नहीं करा सकता है।

नगर पंचायत भखारा में खसरा नंबर 1077/12रकबा 1.72 मैं 50 टुकड़ों में अवैध प्लाटिंग का कार्य किया जा रहा है। जिसमें तहसीलदार तथा पटवारी द्वारा पैसे का लेन देन सांठगांठ कर अवैध प्लाटिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिसमें शासन-प्रशासन एवं नगर पंचायत भखारा को राजस्व हानि हो रहा है एवं विक्रेताओं को मूलभूत सुविधा प्राप्त नहीं होगा। भखारा क्षेत्र के खेत, खलिहान इन दिनों माफियाओं के लिए केन्द्र बिन्दु बने हुए हैं। भू-माफियाओं की नजर इन क्षेत्रों की ओर सबसे ज्यादा है और गरीबों के पीछे पड़े रहते हैं। उन्हें थोड़े पैसे का लालच देकर उनकी मजबूरी का फायदा उठाकर उनकी कीमती जमीन को औने-पौने दाम में खरीदकर अच्छी खासी कमाई करने में लगे हुए हैं।

अनुविभागीय अधिकारी से की गई शिकायत
इस अवैध प्लाटिंग की शिकायत भखारा के नागरिकों ने अनुविभागीय अधिकारी कुरूद जिला धमतरी को भी किया गया। इसके पूर्व भी शिकायत होने के बावजूद अधिकारियों के संरक्षण में अवैध प्लाटिंग का कार्य निर्बाध रूप से जारी है। अवैध प्लाटिंग करने वाले दलालों के हौसले बुलंद हैं। अवैध प्लाटिंग कर धड़ल्ले से काली कमाई की जा रही है। इस पूरे प्लाटिंग में तहसीलदार एवं पटवारी की भूमिका संदिग्ध है।