एकता के मूल मंत्र और सतत् विकास से आमजन के बीच बनाएंगे स्थान-मंत्री गुरु रूद्र कुमार

एकता के मूल मंत्र और सतत् विकास से आमजन के बीच बनाएंगे स्थान-मंत्री गुरु रूद्र कुमार
- 7 स्वसहायता समूह की 30 महिलाएं 20 एकड़ बाड़ी में लगा रहीं सब्जी दक्षिणापथ, दुर्ग । ग्राम कुर्मीगुंडरा की महिलाएं 20 एकड़ फैली बाड़ी में उद्यम कर बड़े पैमाने पर सब्जी उगा रही हैं और स्थानीय बाजार की जरूरत पूरी कर रही हैं। आज यहां दौरे पर पहुंचे जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन ने इसका निरीक्षण किया और महिलाओं के उद्यम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा है कि गांधी जी की सुराजी गांवों की मंशानुरूप स्वावलंबी गांव तैयार किये जाएं। आप लोग यहां सब्जी लगा रहे हैं। इससे आपकी जरूरत भी पूरी हो रही है। स्थानीय बाजार की जरूरत भी पूरी हो रही है और आपके बच्चों को भी पर्याप्त पोषण मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यह कार्य तेजी से बढऩा चाहिए। आप लोग बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। अन्य समूह भी आपसे प्रेरणा लेकर इसी दिशा में काम करेंगे। इस अवसर पर सीईओ ने चारागाह और बाड़ी में फलदार पौधों का रोपण भी किया। इस मौके पर सीईओ ने पशुधन विकास पर विशेष रूप से चर्चा की। उन्होंने कहा कि दो बातों पर तेजी से फोकस करना होगा, पहला कृत्रिम गर्भाधान बड़ी संख्या में करना। इससे नस्लसुधार होगा और दूध उत्पादन में तेजी से वृद्धि होगी। दूसरा इसके साथ ही मुर्गीपालन जैसे अन्य आजीविका समर्थित कार्य को भी बढ़ावा देना होगा। जितने अतिरिक्त आय के अवसर उपलब्ध कराएंगे, ग्रामीण विकास तेजी से आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि गौठान आजीविका केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। आप सभी यह देखें कि आपके निकट बाजार में किस तरह का सामान आ रहा है। क्या आप इसके थोड़ा सा प्रशिक्षण मिलने से बना सकते हैं। यदि ऐसा है तो आपको प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही किस तरह से ब्रांड वेल्यू बना सकते हैं इस बारे में भी विशेषज्ञ जानकारी देंगे। सीईओ ने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि आप लोग नवाचार तेजी से अपना रहे हैं। सीईओ ने कहा कि गौठान समितियों का भी गठन गौठान के कार्यों को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। गौठान समिति गौठानों को आगे बढ़ाने के लिए जो भी निर्णय लें, उस पर युद्धस्तर पर अमल हो ताकि तेजी से गौठान स्वावलंबन की दिशा में बढ़ सके। इस दौरान सीईओ ने जनपद पंचायत पाटन के वेटरनरी अधिकारी कर्मचारीयो का बैठक कर खम्हरिया, सिकोला, भरर, किकिरमेटा, परसाही, गाड़ाडीह, कापसी, उफरा, केसरा, गब्दी, खुडमुडी महुदा गौठानो मे निर्मित मुर्गी शेड के चूजे की व्यवस्था किये जाने हेतु निर्देश दिया गया।