एफपीआई ने की अप्रैल माह में 15,403 करोड़ की शुद्ध निकासी की

एफपीआई ने की अप्रैल माह में 15,403 करोड़ की शुद्ध निकासी की
दक्षिणापथ, दुर्ग। भयावह कोरोना संक्रमण के दौर में सामाजिक संस्था गोल्डन एंपथी (जीई) फाउंडेशन ने दुर्ग जिले में शासन द्वारा स्थापित नियंत्रण कक्ष को जरूरी दवाओं के साथ सुरक्षा के साधन प्रदान किए हैं। फाउंडेशन के संयोजक प्रदीप पिल्लई ने बताया कि संस्थान जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर दी गई तमाम सामाजिक जिम्मेदारी को निभाने अग्रणी रहा है। इसी दिशा मेें इन दिनों रोजाना बढ़ रहे कोविड-19 मामलों के मद्देनजर फाउंडेशन ने आगे बढ़ कर पहल की है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने राज्य के प्रत्येक जिले में होम आइसोलेशन निगरानी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। दुर्ग जिले के शासकीय नर्सिंग कालेज में कॉलेज डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के मार्गदर्शन तथा कोविड-नोडल अधिकारी डॉ. प्रियंका वर्मा की निगरानी में चल रहे इस होम आइसोलेशन नियंत्रण कक्ष की नोडल आफिसर डिप्टी कलेक्टर दिव्या वैष्णव बनाई गई हैं और नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल रमा राजेश यहां की प्रभारी हैं। प्रिंसिपल रमा राजेश के अनुसार दुर्ग जिले में नियंत्रण कक्ष दुर्ग शहरी, भिलाई-रिसाली, भिलाई-तीन, खुर्सीपार, चरोदा व कुम्हारी और दुर्ग ग्रामीण सहित कुल चार जोन में बांटे गए हैं। जिसमें रोटेशन के आधार पर हर वक्त 40 नर्स की ड्यूटी लगाई गई है। फाउंडेशन की ओर से इस कोविड नियंत्रण कक्ष का दौरा किया गया। यहां फाउंडेशन की ओर से सर्जिकल दस्ताने, डिस्पोजेबल फेस मास्क, वॉशेबल मास्क, भाप लेने वेपोराइजर आयुष काढ़ा, विटामिन सी व डी की दवाएं, सैनिटाइटर व अन्य सामान डिप्टी कलेक्टर दिव्या वैष्णव और प्रिंसिपल रमा राजेश की उपस्थिति में नियंत्रण कक्ष में काम करने वाले समर्पित कर्मियों को सौंपा गया। इस दौरान फाउंडेशन की ओर से प्रदीप पिल्लई, बिजॉय घोष और प्रकाश देशमुख भी उपस्थित थे।