मुंबई एयरपोर्ट विमान उड़ाने को तैयार, बनाई गाइडलाइन, अब आदेश का इंतजार

मुंबई एयरपोर्ट विमान उड़ाने को तैयार, बनाई गाइडलाइन, अब आदेश का इंतजार
-कोविड संक्रमण की रोकथाम की तैयारियों की दिशा में जिला प्रशासन का बड़ा निर्णय दक्षिणापथ, दुर्ग। कोविड संक्रमण की रोकथाम की तैयारियों की दिशा में एक बड़ा कदम जिला प्रशासन ने उठाया है। पाटन के झीठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आक्सीजन सिलेंडर युक्त 50 बेड वाला अस्पताल गुरुवार से आरंभ हो जाएगा। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बताया कि पाटन ब्लॉक के स्थित नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गुरुवार से 50 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर शुरू हो जाएगा। इसके लिए युध्द स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। बीएमओ पाटन डॉ. आशीष शर्मा ने बताया कि इस कोविड केयर सेंटर में एसिम्प्टोमेटिक और हल्के लक्षणों वाले मरीजों को रखा जाएगा। यहाँ मरीजों के प्रत्येक बिस्तर में ऑक्सीजन की व्यवस्था होगी। प्रशिक्षित स्टाफ दिन में तीन शिफ्टों में सेवाएं देंगे। मरीजों के लिए दिन में तीन बार भोजन की व्यवस्था होगी। उन्होंने बताया कि सारी तैयारियां होने के बाद एक बार मॉक ड्रिल होगी इसके बाद मरीजों को रखा जाएगा। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने यहाँ सारी बेसिक सुविधाओं के इंतजाम के साथ साथ मरीजों की अच्छी निगरानी के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अब यहाँ के एसिम्प्टोमेटिक या हल्के लक्षण वाले मरीजों को दुर्ग ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पाटन शहर के लोगों को और ग्रामीणों को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में सुविधा उपलब्ध होगी। कलेक्टर ने आज झीठ में केंद्र का दौरा कर सभी तैयारियों का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने कहा कि मरीज की मानिटरिंग के लिए पर्याप्त स्टाफ रखें। समय-समय पर आक्सीजन लेवल की मानिटरिंग करते रहें। कोविड प्रोटोकाल के मुताबिक सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराएं। आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर लें। उन्होंने कहा कि भोजन और साफसफाई की व्यवस्था बहुत अच्छी होनी जरूरी है। भोजन हाई प्रोटीन डाइट होना चाहिए ताकि लोगों की रिकवरी तेज हो। इसके लिए मेनू बनाकर भोजन दिया जाए। उन्होंने कहा कि साफसफाई की व्यवस्था सबसे अहम है। सफाई कर्मी पर्याप्त हों। टेलीकालिंग के माध्यम से मरीजों से फीडबैक लिया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि किसी भी तरह की दिक्कत होने पर संपर्क करें। बुनियादी सुविधाओं में किसी भी तरह की कमी नहीं की जाएगी। स्टाफ की उपलब्धता के संबंध में हो अथवा संसाधन की उपलब्धता के संबंध में, मरीजों की सुविधाओं में किसी तरह की कमी नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि दिक्कत की स्थिति में हायर सेंटर ले जाने की कार्रवाई की मुकम्मल व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि भर्ती करने के वक्त सभी मरीजों की अच्छे से काउंसिलिंग की जाए। कुछ मरीज पहले ही भिन्न बीमारियों की दवा लेते हैं। इन बीमारियों की दवा के साथ ही कोविड का उपचार भी चलता रहे ताकि रिकवरी में किसी भी तरह की समस्या नहीं आए, यह सुनिश्चित करें।