मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर किसानों की सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए 16 नये धान खरीदी केंद्र

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर किसानों की सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए 16 नये धान खरीदी केंद्र
दक्षिणापथ, दुर्ग। युवा क्रांति संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गफ्फार खान ने भिलाई-दुर्ग विकास प्राधिकरण के निर्माण की मांग प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृह एवं लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय निकाय मंत्री शिव कुमार डहरिया को युवा क्रांति संगठन की ओर से ज्ञापन प्रेषित कर की है, उन्होंने कहा है कि दुर्ग, भिलाई, रिसाली निगम, भिलाई 3 चरोदा, कुम्हारी, जामुल, उतई एवं 2011 की जनगणना अनुसार पाटन ब्लॉक की 325227 जनसंख्या वाले परिक्षेत्रों को सम्मिलित कर भिलाई दुर्ग विकास प्राधिकरण का गठन किया जाना चाहिए जो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का गृह एवं निर्वाचन क्षेत्र है, विदित हो कि भंग साडा के अंतर्गत इन समस्त क्षेत्रों के अलावा जिले के चार विधानसभाओं के ग्रामीण क्षेत्र भी साडा के अंतर्गत सम्मिलित थे वैसे इन क्षेत्रों के लगभग 824 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रों में शासन द्वारा मास्टर प्लान तैयार किया गया है और प्राधिकरण गठन की स्थिति में व्यवस्थित एवं समुचित विकास की संभावनाएं प्रबल होगी एवं आवासीय, व्यवसायिक तथा अन्य मूलभूत एवं बुनियादी समस्याओं का निराकरण भी त्वरित गति से संभव हो सकेगा, क्योंकि जनसंख्या वृद्धि के साथ जहां आवश्यकताएं बढी़ है वही समस्याएं भी बढ़ी है नाम के अनुरूप प्राधिकरण के पास विकास एवं निर्माण कार्य हेतु अलग से फंड होने के कारण किसी भी क्षेत्र का समग्र विकास द्रुत गति से संपन्न हो सकता है। वही बड़े निर्माण कार्य भी आसानी से पूरे किए जा सकते हैं, बात अगर रायपुर विकास प्राधिकरण की करें तो उसका बजट सात अरब रुपयों से अधिक का है, छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण पश्चात पूर्व में राज्य सरकार द्वारा विकास को गति प्रदान करने हेतु रायपुर विकास प्राधिकरण, सरगुजा विकास प्राधिकरण एवं बस्तर विकास प्राधिकरण का निर्माण किया गया है गफ्फार खान ने आगे कहा कि 6 जून 1998 को विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण साडा को भंग कर भिलाई नगर निगम स्थापित किया गया था तब से ही भिलाई दुर्ग के समुचित एवं सुव्यवस्थित विकास हेतु भिलाई दुर्ग विकास प्राधिकरण निर्माण की महती आवश्यकता महसूस की जा रही है जिस पर राज्य निर्माण के 22 वर्षों के पश्चात भी किसी भी प्रकार का पहल नहीं की गई है, जबकि युवा क्रांति संगठन द्वारा भिलाई दुर्ग प्राधिकरण निर्माण की मांग सर्वप्रथम 20 जुलाई 2004 को की गई थी और तब से लेकर वर्तमान समय तक जन जागरण सहित अनेक जन आंदोलन संगठन की अगुवाई में संचालित किए गए हैं और पूर्ववर्ती सरकारों को जन भावनाओं से अवगत करवाया गया था फिर भी जनसंख्या एवं क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से प्रदेश के सबसे बड़े शहर दुर्ग भिलाई की सर्वाधिक उपेक्षा हुई है, उन्होंने कहा कि भिलाई दुर्ग को केवल टवीन सिटी बोलने से काम नहीं चलेगा बल्कि संस्थागत रूप से भी दोनों शहरों को एक करना समय व परिस्थिति की पहली मांग है दोनों शहरों के संस्थागत रूप से एक होने पर ही दूरदर्शी और कारगर योजनाओं को लागू कर शहर के समग्र विकास की दिशा में एक नई इबारत लिखी जा सकती है जो प्राधिकरण जैसे संस्थाओं के निर्माण के बिना असंभव है प्राधिकरण निर्माण की मांग करने वालों में रमाकांत यादव, मोहम्मद शमसुद्दीन नरेश साहू, रियाजुद्दीन खोखर, लक्ष्मीकांत शर्मा, अजय गुप्ता, अरशद अब्बास, अजीत मंडल, दीपक पटेल के विनोद आदि प्रमुख है।