छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय खुली शतरंज स्पर्धा 18 दिसम्बर से

छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय खुली शतरंज स्पर्धा 18 दिसम्बर से
- कलेक्टर ने दिए निर्देश - मिड डे मील की थोक में सप्लाई करने वाली एजेंसी भी सब्जी लेगी गौठान से - खनन प्रभावित इलाकों के स्कूलों में होगा हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट क्लास बनेंगे दक्षिणापथ, दुर्ग। कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज समीक्षा बैठक में गौठान की बाडिय़ों में निर्मित सब्जियों का इस्तेमाल स्कूलों के मिड डे मील में करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बाडिय़ों में उगने वाली सब्जियां जैविक तरीके से तैयार होती है और पोषण के लिए सबसे ज्यादा कारगर है। इनका इस्तेमाल मिड डे मील में किया जाए तो बच्चों के पोषण के लिए उपयुक्त व्यवस्था तैयार होगी। इसके साथ ही आंगनबाडिय़ों में पकने वाले खाने की सब्जियां भी गौठान की बाडिय़ों से सप्लाई की जाएंगी। जो एजेंसियां थोक में मिड डे मील की सप्लाई करती हैं उन्हें भी गौठान से ही सब्जियां लेनी होंगी। इस संबंध में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए। कलेक्टर ने समय-सीमा की बैठक में कहा कि गौठान से बने उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि हर स्तर पर इनका बड़ा मार्केट तैयार किया जाए। विशेषकर शासकीय विभागों की सप्लाई में गौठान से निर्मित वस्तुएं उपयोग की जाए। बैठक में एडीशनल कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना, एडीशनल कलेक्टर श्रीमती पद्मिनी भोई, भिलाई आयुक्त श्री प्रकाश कुमार सर्वे उपस्थित थे। खनन प्रभावित गांव में स्कूल होंगे हाईटेक कलेक्टर ने डीएमएफ की समीक्षा बैठक भी ली। उन्होंने सभी विभागों से डीएमएफ से संबंधित कार्य योजना तैयार कर भेजने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि विशेष फोकस खनन प्रभावित गांवों पर होना चाहिए। खनन प्रभावित गांव के स्कूल और आंगनबाड़ी हाईटेक हों। स्कूलों में यदि स्मार्ट क्लास की जरूरत है तो उसे उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दें। साथ ही गार्डनिंग आदि जरूरतें यदि खनन प्रभावित गांव में है अथवा पेयजल से संबंधित किसी तरह की जरूरत है तो उसे भी पूरा किया जाए। इसके साथ ही इनमें बड़े पैमाने पर स्किल मिशन के कार्य भी होने चाहिए ताकि रोजगार उन्मुख गतिविधियों को बढ़ावा बढ़ावा दिया जा सके और कौशल विकास के लिए इनके गांव में बेहतर अधोसंरचना तैयार हो। गोधन न्याय योजना की भी की समीक्षा कलेक्टर ने नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि गोबर की खरीदी निरंतर जारी रहे तथा अधिकारी इसकी मॉनिटरिंग करते रहे। खरीफ फसल के दौरान बड़े पैमाने पर वर्मी कंपोस्ट की जरूरत होगी। इस संबंध में अभी से की गई मेहनत खरीफ फसल के समय में कारगर साबित होगी। कलेक्टर ने आज जनदर्शन और जन चौपाल से संबंधित प्रकरणों की भी समीक्षा की उन्होंने सभी अधिकारियों से जनदर्शन में आए प्रकरणों पर की गई कार्रवाई की जानकारी ली तथा अधिकारियों को शीघ्रता शीघ्र इन्हें निराकृत करने के निर्देश दिए।