फरहान अख्तर 'तूफ़ान' के साथ 2020 अपने नाम करने की तैयारी में

फरहान अख्तर 'तूफ़ान' के साथ 2020 अपने नाम करने की तैयारी में

दुर्ग ननि के नए परिषद की सामान्य सभा की पहली बैठक कल, सत्तापक्ष व विपक्ष एक-दूसरे को घेरने की तैयारी में

दक्षिणापथ,दुर्ग। दुर्ग नगर पालिक निगम के नए परिषद की कल 9 नवंबर को सामान्य सभा की पहली बैठक है। यह बैठक कुशाभाऊ ठाकरे मांगलिक भवन आदित्य नगर में दोपहर 12 बजे से शुरु होगी। बैठक में महापौर धीरज बाकलीवाल व सभापति राजेश यादव के लिए कल सब कुछ नया होगा, क्योंकि ये युवा नेता पहली बार पार्षद निर्वाचित होकर क्रमश: महापौर व सभापति के कुर्सी पर आसीन हुए है। इसलिए सभापति द्वारा सभा का कुशल संचालन करना और महापौर के लिए विपक्षियों को संभालना किसी अग्नि परीक्षा से कम साबित नही होगा। लेकिन सामान्य सभा की बैठक के पूर्व ही पार्षदों द्वारा नगर निगम के सचिव को संबोधित करते हुए सवाल लगाए जाने का मसला बड़े विवाद का कारण बन गया है।
ऐसी त्रुटि 17 पार्षदों द्वारा किया गया है। तकनीकि दृष्टि से उनके सवाल स्वीकार योग्य नहीं है। क्योंकि उन्हे पीठासीन अधिकारी के नाम सवाल लगाना था, लेकिन वे गलती कर बैठे। जिसका लाभ उठाने सत्ता पक्ष ललायित नजर आता दिखाई दे रहा था। जबकि इसके विपरित सभापति राजेश यादव इन पार्षदों के सवाल को ग्राह्य करने की मंशा रखते है। इस संबंध में सभापति का तर्क है कि नए परिषद की पहली बैठक है। इसलिए भूलवश या जानकारी के अभाव में
पार्षदों द्वारा नगर निगम के सचिव के नाम सवाल लगा दिए गए है। जिसे हमें मानवीय भावनाओं को ध्यान में रखते हुए समझना होगा। इसी वजह से सचिव के नाम आए सभी पार्षदों के सवाल स्वीकार किए जाएंगे। सभापति राजेश यादव दुर्ग नगर निगम के नए परिषद के लिए जरुर नए है, लेकिन उठापटक की राजनीति का उन्हे लंबा अनुभव है। श्री यादव छात्र राजनीति में साइंस कालेज, सुराना विधि महाविद्यालय, कल्याण विधि महाविद्यालय के अध्यक्ष के अलावा जिला ग्रामीण युकां व जिला एनएसयूआई के अध्यक्ष पद को सुशोभित कर चुके है। सामान्य सभा की बैठक के पहले ही सभापति राजेश यादव ने सचिव के नाम आए सवालों के विवादों का आसानी से सुलझाकर सामान्य सभा की बैठक का भी कुशल संचालन करने में सफल होने का बड़ा संकेत दे दिया है। वहीं नए परिषद के नए महापौर धीरज बाकलीवाल भी जरुर नए है, लेकिन विधायक अरुण वोरा के मार्गदर्शन में उन्हे भी राजनीति का लंबा अनुभव है। जो उनके 10 माह के कार्यकाल में स्पष्ट नजर आ रहा है। उन्होने चाहे विकास कार्य का मामला हो या जनता की समस्याओं का, हर वर्ग को अपनी कार्य कुशलता से संतुष्ट किया है। कल के सामान्य सभा की बैठक में महापौर की यहीं कार्यकुशलता व सफल
नेतृत्व विपक्षियों को सताते नजर आ रही है।