अब धोनी के लिए गाना गाते नजर आ रहे ब्रावो

अब धोनी के लिए गाना गाते नजर आ रहे ब्रावो


-आयुक्त पहुंचे व्यवसायिक स्थलों की सफाई व्यवस्था देखने
दक्षिणापथ, रिसाली।
छत्तीसगढ़ के महान संत व सतनाम धर्म के प्रणेता बाबा गुरूघासी दास के 264 वी जयंती पर रिसाली निगम के अधिकारी कर्मचारियों ने शुक्रवार को मुख्य कार्यालय में शपथ समारोह का आयोजन किया। निगम कार्यालय में 18 दिसंबर को मद्य निषेध दिवस के रूप में मनाया गया एवं मद्य निषेध हेतु शपथ एवं संकल्प लिया गया। अपर कलेक्टर व आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे व निगम के नोडल अधिकारी रमाकांत साहू के मार्गदर्शन में निगम के प्रभारी उपअभियंता गोपाल सिन्हा ने निगमकर्मियों को बाबा के बताए मार्गो पर चलने का आहवान करते हुए कहा कि जन सामान्य को मद्यपान के विरूद्ध व्यापक स्तर पर प्रोत्साहित करने एवं जन सामान्य में नशा से होने वाले दुषभाव को बताते हुए स्वच्छ वातारण निर्मित करने हेतु समाज के सभी वर्गो को जोड़कर नशा मुक्त समाज का निर्माण करना होगा। इस अवसर पर निगम के जनसंपर्क अधिकारी शैलेश साहू ने कहा कि बाबा ने अपने जीवन में सामाजिक समरसता पशुवध के खिलाफ व अहिंसा को मूल मंत्र बनाया और समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों, छुआछुत, मद्यपान व अन्याय के खिलाफ लोगों में जागरूकता पैदा किया। इस अवसर पर प्र. स्वास्थ्य अधिकारी जगरनाथ कुशवाहा, प्र. स्वच्छता निरीक्षक बृजेन्द्र परिहार, प्रकाश साहू, टीकाराम साहू, टेकराम उमरे, लेमन सिंह, विरेन्द्र देशमुख, शत्रुहन वर्मा सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।

आयुक्त पहुंचे निगम व्यवसायिक स्थलों की सफाई व्यवस्था देखने
अपर कलेक्टर व निगम आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे ने शुक्रवार को मार्निंग विजिट कर रिसाली निगम क्षेत्रों के चैक-चैराहों व व्यवसायिक स्थलों का औचक निरीक्षण कर प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी जगरनाथ कुशवाहा को उचित दिशा निर्देश दिये। जहां स्वयं उपस्थित होकर कृष्णाटाकिज रोड, प्रगति नगर रोड, आजाद मार्केट व मैत्री नगर मार्केट क्षेत्र के व्यवसायिक स्थलों का सफाई कराया।
एस.एल.आर.एम. सेंटर पहुंचे आयुक्त
सफाई व्यवस्था देखने के उपरांत निगम आयुक्त रूआबांधा स्थित एसएलआरएम सेंटर पहुंचकर कचरा पृथकीकरण कार्य में लगे महिला सफाई कामगारों को उचित दिशा निर्देश दिये। आयुक्त ने डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने के कार्य को विशेष रूप से देखा। इस दौरान आयुक्त ने सफाई मित्र को हिदायत दी कि वे गीला व सूखा कचरा को अलग-अलग संग्रहित कर पृथकीकरण केन्द्र तक पहुंचे।