फल एवं सब्जी की घर पहुंच सेवा है मददगार- मौर्य

फल एवं सब्जी की घर पहुंच सेवा है मददगार- मौर्य

दक्षिणापथ, दुर्ग । श्री धन्वतंरी जेनरिक मेडिकल स्टोर योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में अफसरशाही हावी होने पर आज दुर्ग में जनप्रतिनिधियों की नाराजगी फूट पड़ी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जेनेरिक दवाई दुकान के वर्चुअल शुभारंभ अवसर पर निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने आक्रोशित होकर अफसरो को खरी-खोटी सुना दी। उन्होने साफ कहा कि राज्य शासन की शानदार योजना के लिए न तो बेहतर तरीके से तैयारी की गई न प्रचार प्रसार किया गया। जनप्रतिनिधियो ने अफसरो पर मनमाने तरीके से कार्यक्रम आयोजित करने का आरोप भी लगाया। वर्चुअल शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने वरिष्ठ विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल सहित सभी एमआईसी मेबर और अन्य जनप्रतिनिधि निर्धारित समय से पहले नलघर काम्पलेक्स पहुंच गए थे। वर्चुअल शुभांरभ के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजनांदगांव, बिलासपुर सहित अन्य निकायों के विधायक, महापौर व अन्य जनप्रतिनिधियों से वीडियो काफ्रेंसिग के माध्यम से बातचीत भी की। दुर्ग निगम द्वारा आयोजित कार्यक्रम स्थल को जैसे ही सीएम हाउस से कनेक्ट किया गया। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने माइक हाथ में लिया और संक्षेप में अपनी बात कहते हुए सीधे एक हितग्राही को माइक थमा दिया। हितग्राही की आवाज न आने पर दुर्ग में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम सीएम हाउस से डिस्कनेक्ट हो गया। दो मिनट से भी कम समय में हुए इस घटनाक्रम से विधायक वोरा हक्के बक्के रह गए। वोरा के साथ महापौर धीरज बाकलीवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधियो ने अव्यवस्था के लिए अफसरो को खरीखोटी सुना दिए। कई पार्षदो ने कहा कि न तो योजना का प्रचार-प्रसार किया गया न जनप्रतिनिधियो को विश्वास में लेकर कार्य किया। कांग्रेसियो ने कार्यक्रम स्थल पर काफी देर से मौजूद विधायक व महापौर सहित अन्य जनप्रतिनिधियो के प्रति अफसरो के रवैये पर कड़ी नाराजगी जताई। जनप्रतिनिधियो ने कहा कि कार्यक्रम की रुपरेखा अफसरों ने पहले से तय नहीं की। एमआईसी मेंबर, पार्षद व कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कार्यक्रम शुरु होने के काफी देर बाद कलेक्टर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और विधायक, महापौर को उद्धार व्यक्त करने का मौका तक नहीं दिया। अफसरशाही को लेकर जनप्रतिनिधियो की नाराजगी की कार्यक्रम स्थल पर काफी देर तक चर्चा होती रही।