मुख्यमंत्री ने माता के दरबार में समूह की 15 महिलाओं द्वारा दी गई टोकरी में पूजन सामग्री एवं प्रसाद चढ़ाया

मुख्यमंत्री ने माता के दरबार में समूह की 15 महिलाओं द्वारा दी गई टोकरी में पूजन सामग्री एवं प्रसाद चढ़ाया
दक्षिणापथ, दुर्ग। श्रीराम जानकी मंदिर (बड़े मठ) के पुरातत्व तथा संपत्ति के संरक्षण को लेकर चंडी मंदिर चौक तथा आस-पास क्षेत्र के नागरिकों ने चंडी चौक में हस्ताक्षर अभियान चला कर कलेक्टर से त्वरित कार्यवाही की मांग की हैं। शनिवार को सुबह चंडी चौक में पंडाल लगाकर हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत विधायक अरूण वोरा से की गई। श्री वोरा ने हस्ताक्षर कर इस आंदोलन में अपनी सहभागिता व्यक्त की। छाया पार्षद वार्ड 6 ओम प्रकाश पटेल, योगेश शर्मा, अरूण गुप्ता, आनंद कपूर, बलदाऊ पटेल सहित अन्य लोगों ने बताया कि भगवान श्री राम जानकी मंदिर बड़े मठ दुर्ग का अति प्राचीन पूरातात्विक का महत्व का लगभग 6 सौ वर्ष पूराना मंदिर हैं। इस मंदिर की अचल संपत्ति सैकड़ों वर्षो से तत्कालीन राजव्यवस्था के दौरान मंदिर को दान में प्राप्त देवोत्तर संपत्ति हैं। सनातन धर्म व हिंदू विधि के अनुसार संपत्ति का स्वामी भगवान श्री राम जानकी मंदिर ही हैं। इस मंदिर का महंत पारंपरिक रूप से ब्रम्हाचारी सन्यासी ही होता आया हैं। महंत का सन्यास लिया जाना एक धार्मिक प्रतिक्रिया है, जिसके तहत व्यक्ति अपनी पूर्ण पहचान व अपना पिन्ड दान स्वयं कर अपने सासारिक जीवन त्याग कर सन्यास ग्रहण करता है तथा वे जीवन भर अपने आराध्य भगवान के चरणों में सेवा हेतु समर्पित करता हैं। इस तरह से सन्यासी का स्वयं का व्यक्तित्व भगवान से सेवक का हो जाता हैं। हस्ताक्षर अभियान चलाने वालों ने आरोप लगाते हुए कहा कि राम जानकी मंदिर बड़े मठ की बेशकीमती जमीन को अवैध रूप से भू-माफियाओं द्वारा हो रही खरीदी बिक्री की जा रही है। जिसे रोकने तथा भविष्य में बड़े मठ जो कि 6 सौ वर्ष से अधिक पूराना ऐतिहासिक पूरातित्वक धरोहर की संरक्षण को लेकर हस्ताक्षर अभियान चला कर आम जनों से समर्थन मांग रहे हैं। इन नेताओं ने कहा कि कलेक्टर इस विधि विरूद्ध अनैतिक कार्य पर तत्काल रोक लगाते हुए शांति व्यवस्था कायम करे तथा प्रशासन अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए पूरातत्व के संरक्षण के लिए त्वरित कार्यवाही करें।