त्रिपुरा के संस्कृति मंत्री को राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव में शामिल होने के लिए संसदीय सचिव श्री निषाद ने छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से दिया आमंत्रण

त्रिपुरा के संस्कृति मंत्री को राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव में शामिल होने के लिए संसदीय सचिव श्री निषाद ने छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से दिया आमंत्रण
दक्षिणापथ, दुर्ग। बालयोगी विष्णु अरोड़ा के मुखारविंद से पाटन के ग्राम सेमरी नवधा भागवत भक्ति रस की अखंड धारा बह रही है। भगवत कथा के दूसरे दिन भागवतकर्ता बालयोगी विष्णु अरोड़ा ने अश्वत्थामा व राजा परीक्षित के जीवन की अदभुत व्याख्या की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को जीते जी आत्म कल्याण का उपाय कर लेना चाहिए। बुद्ध, भगवान महावीर, कबीर, नानक समेत संसार मे सैकडों महामानव हुए जो आत्मकल्याण कर परमात्मा की ज्योति से संसार को प्रकाशित करने में सफल हुए। कथा के दूसरे दिन बालयोगी विष्णु अरोड़ा ने सैकडों श्रोताओं को जीवन का मर्म समझाया। उन्होंने कहा कि मन को मारने का नही, बल्कि जीतने का प्रयत्न करना चाहिए। कथा के आयोजक भारत वर्मा ने बताया कि 4 अप्रैल से बढ़ते तापमान को देखते हुए कथा का समय 3 से 6 बजे कर दिया गया है। अंचल के लोग हजारों की संख्या में कथा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। इसके पूर्व कल कलश यात्रा निकाली गई। जिसने पूरे गांव का भ्रमण किया। कलश यात्रा में 56 महिलाएं शामिल हुई। भागवत कथा का आयोजन से गांव व आसपास हर्ष का माहौल व्याप्त है।