भारती बंधुओं ने कबीर के दोहे से बांधा समां, कबीर कैफे मुंबई की प्रस्तुति से झूम उठे दर्शक

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नई दिल्ली । यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध का असर पूरी दुनिया पर पड़ रहा है। भारत के दृष्टिकोण से देखें तो इस युद्ध की वजह से भारत को गेंहू के निर्यात में फायदा हुआ है। मार्च में समाप्त हुए वित्त वर्ष में भारत ने 7.85 मिलियन टन गेंहू का निर्यात किया है। जोकि उससे पहले के वर्ष में महज 2.1 मिलियन टन था। बता दें, रूस और यूक्रेन की गेंहू की सप्लाई चेन युद्ध की वजह से पूरी तरह ध्वस्त है। शीर्ष अधिकारियों के अनुसार भारत के पास गेंहू का निर्यात बढ़ाने का यह सबसे अच्छा मौका है। भारत सरकार के अनुसार देश ने 21 मार्च को ही 7 मिलियन टन गेंहू निर्यात करने के लक्ष्य को हासिल कर लिया था। जबकि अभी मार्च के अंतिम दस दिन का शिपमेंट डाटा उपलब्ध नहीं हुआ है। इन देशों को गेंहू निर्यात करता है भारत भारत बंगलादेश के अलावा साउथ कोरिया, ईरान, ओमान और कतर जैसे देशों को गेंहू का निर्यात करता है। दिल्ली स्थित ट्रेडर पहाडिय़ा जैन कहते हैं, व्यापार करना बहुत रिस्की है। मुंद्रा पोर्ट्स और कंडाला पोर्ट्स गेंहू को संभालने में व्यस्त हैं। रूस और यूक्रेन मिलकर दुनिया भर में 29प्रतिशत गेंहू की जरूरतों को पूरा करते हैं। लेकिन युध्द की वजह से ये सप्लाई चेन प्रभावित है। भारत में गेंहू की नई फसल काटी जा रही है। ऐसे में दुनिया के मौजूदा हालात को देखकर ये अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वित्त वर्ष भी भारत गेंहू का रिकॉर्ड निर्यात करने में सफल हो जाएगा।