कोरोना वायरस टेस्ट बेहद जटिल प्रक्रिया, थोड़ी भी असावधानी से फैल सकता है संक्रमण- डीएमई

कोरोना वायरस टेस्ट बेहद जटिल प्रक्रिया, थोड़ी भी असावधानी से फैल सकता है संक्रमण- डीएमई

दक्षिणापथ. बढ़ते तनाव और गलत खानपान के साथ बदलती लाइफस्टाइल ने लोगों में डायबिटीज के खतरे को बढ़ा दिया है। डॉक्टर के अनुसार, जीवनशैली में कुछ प्रकार की आदतों को अपनाने से शुगर लेवल को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।

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डायबिटीज दुनियाभर में तेजी से बढऩे वाली बीमारियों में से एक है। यह बूढ़ों से लेकर बच्चों तक में फैल रही है। डायबिटीज की स्थिति तब बनती है, जब शरीर पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता। हदृय रोग, गुर्दे की समस्या, स्ट्रोक जैसी क्रॉनिक डिसीज इससे प्रभावित लोगों के लिए कई स्वस्थ्य जोखिम पैदा करती है। गड़बड़ाती जीवनशैली से मांसपेशियों को नुकसान होता है, जो इंसुलिन प्रतिरोध की वजह बन सकता है।

हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में हेल्थटेक स्टार्टअप फिटरफ्लाई के सहसंस्थापक और सीईओ डॉ.अरबिंदर सिंघल ने कहा कि जिन लोगों के परिवार में पहले से ही मधुमेह का इतिहास रहा है, उनमें इसके विकसित होने की संभावना ज्यादा रहती है।
​चावल और गेहूं से बढ़ता है मधुमेह का जोखिम

डॉ.सिंघल कहते हैं कि मुख्य भोजन के रूप में आमतौर पर हम चावल और गेहूं का सेवन सबसे ज्यादा करते हैं। इन खाद्य पदार्थों पर हमारी निर्भरता के कारण भोजन में कार्बोहाइड्रेट का स्तर बढ़ रहा है, जिससे डायबिटीज के चांसेस बढ़ जाते हैं। उनका कहना है कि हमारा शरीर कार्बोहाइड्रेट को आसानी से तोड़ देता है,जो ग्लूकोज लेवल के बढऩे के लिए जिम्मेदार है।

​मधुमेह का खतरा बढ़ाता है तनाव

तनाव एक ऐसा कारक है, जो मधुमेह के जोखिम को बढ़ा सकता है। वर्क फ्रॉम होम के बाद लोगों मे तनाव और अवसाद के मामले ज्यादा देखे गए हैं। डॉ.कहते हैं कि दिनभर घर में बैठकर काम करने से लोगों का सोशल नेटवर्क खत्म हो गया है , जिससे वह खुद को और अकेला महसूस करने लगे हैं। ऐसे में लोगों में बढ़ रहा तनाव मेटाबॉलिक एक्टिविटी को प्रभावित करता है और विभिन्न हार्मोन रिलीज करता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल में वृद्धि होती है।

​मधुमेह को कैसे उलट सकते हैं

बता दें कि शुरूआती स्टेज में डायबिटीज को उलटना काफी हद तक संभव है। लेकिन लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती। डॉ.सिंघल ने प्री डायबिटीज को उलटने के बहुत ही सरल से तरीके सुझाए हैं, जिनका यदि 90 दिनों तक पालन किया जाए, तो डायबिटीज बढ़ने का खतरा बहुत कम हो जाता है।

​1- कार्ब्स का सेवन कम करें

लोगों को अक्सर इस बात की जानकारी ही नहीं होती, कि वे कितने स्वस्थ हैं। इसके लिए सबसे पहली चीज जो लोगों को करनी चाहिए वो यह कि अपने दैनिक आहार में वे कितनी कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट ले रहे हैं, इसका आकलन करना चाहिए।

रिवर्स डायबिटीज के लिए सबसे पहले जो काम किया जाता है वो है कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को 50 प्रतिशत तक कम करना। अधिकांश लोग 60-70 प्रतिशत काब्र्स का सेवन करते हैं। जैसे ही 10 प्रतिशत कार्ब्स में कटौती होती है, आपको बदलाव दिखाई देने लगेगा। इन दिनों कैलोरी और काब्र्स को ट्रैक करने में मदद करने के लिए कई एप्स उपलब्ध हैं।

​2- कोर स्ट्रेंथ पर काम करें


डेली रूटीन में चलना बहुत जरूरी है। यह अपर बॉडी मास का निर्माण करने के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा कोर बनाने के लिए किया जाने वाला व्यायाम डायबिटीज को उलटने में एक लंबा रास्ता तय करता है। अध्ययनों के अनुसार, जिन लोगों की कोर स्ट्रेंथ बेहतर होती है, उनमें स्ट्रोक, ह्दय रोगऔर मधुमेह का खतरा 33 प्रतिशत कम होता है।
​3- नींद और तनाव को मैनेज करें

लोगों को थकान होने के बाद भी बहुत जल्दी सोने के लिए नहीं जाना चाहिए। सोने से एक घंटा पहले टहलना और रिलेक्स होना बहुत जरूरी है। सुबह का एक घंटा खुद के लिए जरूर निकालें। लेकिन सोना भी उतना ही जरूरी है। शरीर के सफाई तंत्र को ठीक से काम करने के लिए कम से कम 7-8 घंटे की नींद की सलाह दी जाती है। रात के आखिरी भोजन और सोने के समय के बीच कम से कम दो घंटे का अंतराल होना ही चाहिए।

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​मधुमेह होने के जोखिम का आंकलन कैसे करें

जिन लोगों का मधुमेह का पारिवारिक इतिहास है , जिनका बीएमआई 23 से ज्यादा रहता है और उम्र 30 वर्ष से ज्यादा है, वे ऑनलाइन प्री-डायबिटीज रिस्क असिसमेंट टेस्ट करवा सकते हैं। इसमें आपको 10 सवालों के जवाब देने होंगे। अगर आपका स्कोर 5 से ज्यादा है, तो आपको फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज टेस्ट करवाना चाहिए। ध्यान रखें यह टेस्ट हर साल करवाना जरूरी होता है।

विशेषज्ञ के अनुसार 70 प्रतिशत प्री-डायबिटीजअगर खुद पर ध्यान नहीं देंगे, तो 5-7 साल के भीतर उनकी डायबिटीज बढ़ जाएगी । दूसरी तरफ लाइफस्टाइल में बदलाव करने से मधुमेह की संभावना को 70 -90 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
​डायबिटीज रोगी के लिए एक्सरसाइज

डायबिटीज वाले लोगों के लिए रोजाना 15-20 मिनट की एक्सरसाइज बहुत जरूरी है। वो भी तब जब उन्हें जोड़ों, पीठ या गर्दन में दर्द की शिकायत न हो। 20 मिनट के लिए सप्ताह में तीन बार जंपिंग जैक, क्रंच, पुशअप्स करना इंसुलिन प्रतिरोध से लडऩे में मदद कर सकता है।

तो अगर आपको भी प्री- डायबिटीज की आशंंका है, तो यहां बताए गए 3 सरल से तरीके आपकी बहुत मदद करेंगे। नियमित तौर पर इन्हें फॉलो करके आप डायबिटीज को बढऩे से रोक सकते हैं।