मुख्यमंत्री से किसान नेता राकेश टिकैत ने की सौजन्य मुलाकात

मुख्यमंत्री से किसान नेता राकेश टिकैत ने की सौजन्य मुलाकात
रायसेन । पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती रायसेन किले के सोमनाथ मंदिर पहुंचीं। उन्होंने कहा- हम मंदिर का ताला खुलवाना चाहते हैं, तोड़ना नहीं। ये ताला तो बहुत छोटा है, मेरे घूंसे से भी टूट जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक मंदिर के ताले नहीं खुलेंगे मैं अन्य ग्रहण नहीं करूंगी और ताला खुलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ आकर इसी गंगा जल से भगवान सोमेश्वर महादेव का अभिषेक करूंगी। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अपने समर्थकों के साथ सोमवार को रायसेन किले पहुंची। यहां पर उन्होंने पूजा-अर्चना की। उमा भारती यहां गंगोत्री का जल लेकर शिवलिंग का जलाभिषेक करने आई थी। लेकिन केंद्रीय पुरातत्व विभाग से ताला खोलने की अनुमति नहीं मिली। उन्होंने ताले में बंद शिवजी के दर्शन कर जल अर्पित किया। उन्होंने यहां संकल्प लिया कि जब शिव मंदिर का ताला नहीं खुलता तब तक वे अन्न ग्रहण नहीं करेंगी। आज उन्होंने गंगोत्री से लाये जल को कलेक्टर अरविंद दुबे को सौप दिया है। चौपड़ा बावड़ी के पास लोगों को संबोधित करते हुए उमा भारती ने कहा कि किले का इतिहास जानने के बाद से उन्हें बहुत दुख हुआ है। राजा पूरणमल, रानी रत्नावली उनकी बेटी और बेटों के साथ जो हुआ उसे भुलाया नहीं जा सकता। रानी रत्नावली को भारतीय संस्कृति और हिंदुत्व की शान बताते हुए उनके बलिदान और सैकड़ों रानियों के जोहर को याद किया। किला मंदिर में अन्न छोडऩे की घोषणा के बाद नीचे उतरकर उमाभारती ने कहा कि मैने अपनी खुशी के लिए यह संकल्प लिया है। अपने आप को शांति देने के लिए मैंने तय किया है कि जब तक महादेव भगवान पर जल नहीं चढ़ेगा, तब तक मैं अन्न ग्रहण नहीं करूंगी। अपने हाथ से जल अर्पित करने के बाद ही अन्न ग्रहण करूंगी। जब तक जल नहीं चढ़ाऊंगी न रात में नींद आएगी, न भूख लगेगी। यह केंद्र सरकार, राज्य सरकार या प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए नहीं है। उन्होंने प्रशासन द्वारा मंदिर का ताला नहीं खोलने के कारणों को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह मंदिर केंद्रीय पुरातत्व पर्यवेक्षण विभाग के अधीन है और उसी के निर्णय पर ताला खोला जा सकेगा। लेकिन मुझे यहां आना था, इसलिए मैं आई हूं और अपने साथ लाया गंगाजल कलेक्टर को सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि कहा है कि जब मंदिर का ताला खुल जाए तो सूचना दीजिएगा, मैं अपने भाई मुख्यमंत्री शिवराज को साथ लेकर आऊंगी और हम दोनों भाई-बहन यहां अभिषेक करेंगे। जिस दिन मंदिर के ताले खुल जाएंगे उस दिन सभी लोगों के साथ मंदिर परिसर में ही टिक्कड़ बनाऊंगी और भगवान सोमेश्वर महादेव को गुड़ टिक्क का भोग लगाउंगी। बता दें,चार दिन पहले उमा भारती ने रायसेन के शिव मंदिर में जलाभिषेक की घोषणा की थी। उमा भारती ने ट्वीट में कहा था- मान्यता है कि नवरात्रि के बाद के पहले सोमवार को शिवजी का अभिषेक करना चाहिए। 11 अप्रैल को गंगोत्री से लाए हुए गंगाजल से रायसेन के सोमेश्वर धाम में गंगाजल चढ़ाऊंगी। राजा पूरणमल, उनकी पत्नी रत्नावली, दोनों बेटे व बेटी और सैनिकों का तर्पण करूंगी। अपनी अज्ञानता के लिए क्षमा मांगूंगी। रायसेन किले पर सोमेश्वर मंदिर भारतीय पुरातत्व विभाग के अधीन है जिस पर ताला लगा दिया गया है। यह ताला साल में एकबार महाशिवरात्रि के दिन ही खुलता है। इसकी जानकारी कई लोगों को नहीं है और जिससे ताले में बंद भगवान शिव के मंदिर के ताले को खुलवाने की दिशा में कोई आवाज नहीं सुनाई दी है। प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले ने महाशिवपुराण कथा में इसकी जानकारी दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को इसका ताला खुलवाने का आव्हान किया था। साथ ही रायसेन के लोगों को इस बात के लिए धिक्कारा था कि वे कैसे दीपावली मना लेते हैं जबकि उनका बुजुर्ग, उनके शिवजी ताले में बंद हैं।