धर्मांतरण के खिलाफ बजरंग दल ने बोला हल्ला, कहा दोषियों के विरुद्ध पुलिस करें एफआईआर दर्ज

धर्मांतरण के खिलाफ बजरंग दल ने बोला हल्ला, कहा दोषियों के विरुद्ध पुलिस करें एफआईआर दर्ज
दक्षिणापथ, रामानुजगंज । जल संसाधन विभाग का भ्रष्टाचार एक बार फिर नगर के 25 हजार आबादी के लिए परेशानी का सबब बन गया है कन्हर नदी में करीब 9 करोड़ रुपए जल संसाधन विभाग के द्वारा एनीकट बनाने के लिए स्वाहा कर दिए गए परंतु एनीकट का निर्माण से लेकर आज तक उपयोगिता नगरवासियों के लिए सिद्ध नहीं हो सकी। एक ओर एनिकट का कार्य पूर्ण नहीं किया गया दूसरी ओर एनीकट के गेट खराब होने से पानी निकल गया जिससे अब नगर में भीषण जल संकट उत्पन्न हो सकता है। नगर पंचायत एवं नगरवासी अब नियमित पेयजल सप्लाई कैसे होगा इसे लेकर चिंतित है।गौरतलब है कि नगर पंचायत क्षेत्र में नियमित्त जल प्रदाय व्यवस्था पूर्णत कन्हर नदी पर आश्रित है। गर्मियों में प्रत्येक वर्ष कन्हर नदी के सूख जाने के बाद नियमित जल प्रदाय व्यवस्था चरमरा जाती थी जिसे देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा कन्हर में एनीकट बनवाने की स्वीकृति प्रदान की एनीकट निर्माण की स्वीकृति मिलने से नगर वासियों में हर्ष था एवं नगरवासी आशा करने लगे थे कि अब गर्मियों में भी हम लोगों को नियमित रूप से पेयजल उपलब्ध होगा परंतु जल संसाधन विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के कारण एनीकट का निर्माण आज तक पूर्ण नहीं हुआ वही करीब 5 करोड रुपए लागत से बनने वाले एनीकट में 9 करोड़ रुपए खर्च कर दिए गए परंतु स्थिति यह है कि आज तक एनीकट का निर्माण तक पूरा नहीं हुआ। यहां तक कि गेट भी ठीक नहीं है जिस कारण अप्रैल दूसरे पखवाड़े में ही एनीकट सूखने के लिए कगार पर आ गया है। जिसे अब नगर पंचायत की जल प्रदाय व्यवस्था चरमरा जायगी।भ्रष्ट अधिकारियों की न कोई जांच न हुई कार्रवाईकन्हर एनिकट के बड़े भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों के विरुद्ध कभी जांच हुई न ही उन पर कार्रवाई हो इस कारण क्षेत्र के अधिकांश विभाग की योजनाओं का ऐसा ही हाल या इससे भी बुरा हाल है।नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने कहा कि अभी तक नगर पंचायत द्वारा नियमित पेयजल सप्लाई की जा रही है परंतु कन्हर नदी के सूख जाने से हम सब चिंतित हैं। जिस प्रकार से लगातार कन्हर का जलस्तर भी नीचे जा रहा है निश्चित रूप से शहर को गंभीर जल संकट का सामना करना पड़ सकता है नगर पंचायत के द्वारा नियमित पेयजल की व्यवस्था बनी रहे इसके लिए जैकवेल के चारो ओर डबरी का भी निर्माण कराया गया है। एनीकट की कभी भी उपयोगीगीता सिद्ध नहीं हो सकी है। इसकी उपयोगिता हेतु एनीकट में आवश्यक सुधार कार्य कराया जाना अति आवश्यक है।